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उत्तराखंड का युवक कैसे बना ट्री मैन ?

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देहरादून, उत्तराखण्ड 

सोचिए… आपके जन्मदिन पर न तो केक, न गिफ्ट, बल्कि कहीं किसी जगह एक पेड़ लगाया गया, सिर्फ इस खुशी को यादगार बनाने के लिए। कितना अनोखा अहसास होगा न? आज जब सोशल मीडिया पर बधाई संदेश कुछ घंटों में पुरानी बात हो जाते हैं, कोई ऐसा भी है जो इन पलों को सालों-साल तक हरा-भरा बनाए रखना चाहता है। न कोई दिखावा, न कोई शोर, बस एक शांत संकल्प कि हर खुशी को प्रकृति की गोद में सहेजा जाए।वो न किसी रिश्तेदार के बुलावे का इंतजार करता है, न पहचान का उसके लिए हर जश्न एक अवसर है धरती मां को धन्यवाद कहने का। कौन है यह इंसान जो हर जन्मदिन को एक नई जीवन देने के लिए चुनता है एक पेड़? चलिए, जानते हैं उस ‘ट्री मैन’ की कहानी जिसने उत्तराखंड की मिट्टी में हर खुशी को जड़ से जोड़ दिया है। देहरादून में तैनात पुलिसकर्मी मनमोहन सिंह भटकोरा को लोग आज ‘ट्री मैन ऑफ उत्तराखंड’ कहकर पहचानते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि वह सिर्फ अपने दोस्तों और रिश्तेदारों के ही नहीं, बल्कि अनजान लोगों के जन्मदिन या शादी जैसे मौकों पर भी पेड़ लगाते हैं। मूल रूप से पिथौरागढ़ निवासी मनमोहन को पेड़ों से प्रेम का पाठ बचपन में माता-पिता से मिला, तब से पौधों से जुड़ाव बना रहा, लेकिन जब वह देहरादून में नौकरी के सिलसिले में आए, तो गिफ्ट चुनने की उलझन ने उन्हें एक नया रास्ता दिखाया। उन्होंने तय किया कि अब हर खुशी के मौके को पेड़ लगाकर यादगार बनाया जाएगा। मनमोहन सोशल मीडिया के माध्यम से पता करते हैं कि किसका जन्मदिन या कोई खास मौका है, फिर उन्हें कॉल कर बधाई देते हैं और पेड़ लगाने का प्रस्ताव रखते हैं। ऐसा करते हुए वे आज तक 300 से अधिक पेड़ लगा चुके हैं। उनका मानना है कि गिफ्ट तो कई मिलते हैं, लेकिन पेड़ एक ऐसी विरासत है जो पीढ़ियों तक जीवित रहती है। गौरतलब है कि मनमोहन पिछले 8 सालों से इस काम को संकल्प और पूरी निष्ठा के साथ कर रहे हैं।