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जॉब प्रेशर से आया हार्टअटैक तब अजय ने शहद से संवारी जिंदगी

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गोरखपुर, उत्तर प्रदेश


2017 में प्राइवेट बैंक में नौकरी शुरू की। लेकिन तनाव, दबाव और भागदौड़ ने उनकी सेहत बिगाड़ दी। 2019 में उन्हें हार्टअटैक आया। तभी मौत के दरवाजे से लौटे अजय ने तय किया अब न किसी बॉस का दबाव झेलूँगा, न किसी की डांट सुनूंगा। खुद की राह पर चलूँगा और खुद की पहचान बनाऊंगा। पीएम मोदी के 'स्टार्टअप इंडिया' से प्रेरणा लेकर अजय ने मधुमक्खी पालन शुरू किया। गोरखपुर में प्रोसेसिंग यूनिट लगाई। फिर निकल पड़े देश के अलग-अलग राज्यों में। राजस्थान से सरसों का शहद, पंजाब से लीची, हिमाचल से मल्टी फ्लोर, कश्मीर से आकाशिया शहद का जुगाड़ करने… और अब विदेश तक इन शहद भेजने की तैयारी कर रहे हैं। आज अजय का कारोबार 30 से 50 लाख रुपये के बीच है। उनके कारोबार से आज 15 लोग सीधे जुड़ चुके हैं वहीं, 50 से अधिक किसान उनके साथ काम कर रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी उनके शहद की सराहना कर चुके हैं। ISO सर्टिफाइड ब्रांड, नेशनल बी बोर्ड से मान्यता और अब अजय का सपना है अपने शहद विदेशों में निर्यात करने का। डॉक्टर कहते हैं रोज 20 ग्राम शहद इम्युनिटी बढ़ाता है, जोड़ों का दर्द दूर करता है, कैंसर जैसी बीमारियों में भी लाभकारी है। अजय का स्लोगन है 'सोम हो या शनि रोज खाओ हनी!' गाजियाबाद में मार्केटिंग ऑफिस, गोरखपुर में प्रोसेसिंग यूनिट और अब अजय बड़े प्लांट की स्थापना की तैयारी कर रहे हैं। शहद के साथ निकला वैक्स भी सौंदर्य प्रसाधनों और स्वास्थ्य उत्पादों में इस्तेमाल हो रहा है। बी पोलन, बी वेनम, रॉयल जेली जैसे उत्पाद भी उनके नेटवर्क का हिस्सा हैं। यह व्यापार सिर्फ कमाई नहीं, सेहत और जीवन से जुड़ा मिशन है।

अजय उपाध्याय की कंपनी के पैक्ड शहद.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अजय उपाध्याय के शहद की कर चुके हैं प्रशंसा.