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रेलवे स्टेशनों में मिलेगी मेडिकल सुविधा, जगह-जगह तैनात होंगी एंबुलेंस

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- महाकुंभ 2025 के दौरान भारतीय रेलवे ने प्रयागराज के रेलवे स्टेशनों पर तीर्थ यात्रियों की स्वास्थ्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विशेष चिकित्सा सुविधाएं प्रदान की हैं। इन सुविधाओं में 24x7 ऑब्जर्वेशन रूमों की व्यवस्था की गई है, ताकि किसी भी आपातकालीन स्थिति में त्वरित और प्रभावी चिकित्सा सेवा प्रदान की जा सके

- विशेष चिकित्सा सेवाएं भारतीय रेलवे ने प्रयागराज जंक्शन, प्रयाग जंक्शन, सुबेदारगंज, नैनी जंक्शन व प्रयागराज छिवकी स्टेशन पर ऑब्जर्वेशन रूम स्थापित किए हैं। इन रूम्स में हमेशा डॉक्टर और अन्य मेडिकल स्टाफ मौजूद रहेंगे। यहां सभी आवश्यक चिकित्सा उपकरण मौजूद होंगे। 

प्रयागराज। महाकुंभ में संतों महंतों के अलावा अन्य भक्तों के लिए भी चिकित्सा की विशेष सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही है। रेलवे स्टेशनों के करीब जैसे प्रयागराज जंक्शन, प्रयाग जंक्शन, सुबेदारगंज, नैनी जंक्शन व प्रयागराज छिवकी स्टेशन पर ऑब्जर्वेशन रूम स्थापित किए हैं। इन रूम्स में हमेशा डॉक्टर और अन्य मेडिकल स्टाफ मौजूद रहेंगे। किसी आपात स्थिति से निपटने के लिए एंबुलेंस तैनात की जा रही है। 

महाकुंभ 2025 के दौरान भारतीय रेलवे ने प्रयागराज के रेलवे स्टेशनों पर तीर्थ यात्रियों की स्वास्थ्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विशेष चिकित्सा सुविधाएं प्रदान की हैं। इन सुविधाओं में 24x7 ऑब्जर्वेशन रूमों की व्यवस्था की गई है, ताकि किसी भी आपातकालीन स्थिति में त्वरित और प्रभावी चिकित्सा सेवा प्रदान की जा सके। पिछले महाकुंभ के दौरान एक लाख श्रद्धालुओं को प्राथमिक चिकित्सा सहायता दी गई थी। 

इस बार रेलवे एक बड़ी संख्या में यात्रियों को उच्च गुणवत्ता की चिकित्सा सेवा देने के लिए पूरी तरह से तैयार है। विशेष चिकित्सा सेवाएं भारतीय रेलवे ने प्रयागराज जंक्शन, प्रयाग जंक्शन, सुबेदारगंज, नैनी जंक्शन व प्रयागराज छिवकी स्टेशन पर ऑब्जर्वेशन रूम स्थापित किए हैं। इन रूम्स में हमेशा डॉक्टर और अन्य मेडिकल स्टाफ मौजूद रहेंगे। यहां सभी आवश्यक चिकित्सा उपकरण मौजूद होंगे, जिससे यात्रियों को त्वरित उपचार प्रदान किया जा सके।

महाकुंभ में चार विदेशी नागरिकों के दस्तावेजों की जांच -

इससे पहले प्रयागराज में चार विदेशी नागरिकों को संदिग्ध पाए जाने के बाद उनसे पूछताछ की गई। अधिकारियों ने बताया कि इनमें से एक के पासपोर्ट और वीजा की अवधि समाप्त हो चुकी थी, जिसके बाद उसे वापस रूस भेज दिया गया। आधिकारिक बयान के अनुसार, एक रूसी नागरिक, एक जर्मन नागरिक और बेलारूस के दो नागरिकों के दस्तावेजों की जांच की गई। जर्मनी और बेलारूस के नागरिकों के कागजात सही पाए गए और उन्हें जाने दिया गया। हालांकि, चौथे व्यक्ति मॉस्को (रूस) निवासी आंद्रे के पासपोर्ट और वीजा की अवधि समाप्त हो चुकी थी। नतीजतन, उसे वापस रूस भेज दिया गया।