- रेलवे में सुरक्षा के लिए 500 जवानों को ट्रैक की सुरक्षा में लगाया गया है। सभी जवानों आधुनिक उपकरणों से लैस किया गया है। उत्तर मध्य रेलवे के आईजी आरपीएफ अमिय नंदन सिन्हा का कहना है कि आरपीएफ हर मोर्चे को संभालने के लिए तैयार है।
- एटीएस और एनएसजी के कमांडो की जगह-जगह तैनाती की जा रही है। इसके लिए पांच राज्यों की टीम को अलर्ट किया है। इससे पहले शनिवार को मेले में पहली काउंटर टेररिज्म एक्सरसाइज की गई। स्टेशनों पर आगजनी, बमबाजी या विस्फोट जैसी घटनाओं को रोकने लिए पहले से तैयारी चल रही है।
प्रयागराज। महाकुंभ मेले में किसी भी प्रकार के आतंकी हमले से निपटने के लिए पुलिस प्रशासन ने शिकंजा कस लिया है। मेले में पहली पर स्पॉटर्स आतंकियों की पहचान करेंगे। एटीएस और एनएसजी के कमांडो की जगह-जगह तैनाती की जा रही है। इसके लिए पांच राज्यों की टीम को अलर्ट किया है। इससे पहले शनिवार को मेले में पहली काउंटर टेररिज्म एक्सरसाइज की गई।
रेलवे में सुरक्षा के लिए 500 जवानों को ट्रैक की सुरक्षा में लगाया गया है। सभी जवानों आधुनिक उपकरणों से लैस किया गया है। उत्तर मध्य रेलवे के आईजी आरपीएफ अमिय नंदन सिन्हा का कहना है कि आरपीएफ हर मोर्चे को संभालने के लिए तैयार है।
अलग-अलग शिफ्ट में जवान 24 घंटे विभिन्न स्थानों पर ट्रैक की निगरानी करेंगे। इसके अलावा आरपीएफ की विशेष कोरस कंमाडो ड्रोन कैमरों और एक हजार सीसीटीवी से निगरानी करेंगे। आईजी आरपीएफ के अनुसार, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लैस कैमरों में अपराधियों व संदिग्ध आंतकियों को ट्रेस करने की क्षमता है।
उन्होंने बताया कि स्टेशनों पर भीड़ नियंत्रण एवं भगदड़ के लिए रेलवे ने दो प्लान तैयार किए हैं। एक आंतरिक और दूसरा बाहरी। स्टेशनों पर आगजनी, बमबाजी या विस्फोट जैसी घटनाओं को रोकने लिए पहले से तैयारी चल रही है।
महाकुंभ में स्पॉटर्स हुए तैनात आतंकियों की करेंगे पहचान -
महाकुंभ में आतंकी मंसूबों को नाकाम करने के लिए पांच राज्यों से स्पॉटर्स बुलाए गए हैं। यह पलक झपकते ही आतंकियों, कुख्यात अपराधियों के साथ ही संदिग्ध गतिविधियां करने वालों की पहचान कर सकेंगे। मेले में कुल 30 स्पॉटर्स की तैनाती होनी है, जिनमें से 18 ने पहुंचकर सुरागरशी भी शुरू कर दी है।
मेले को लेकर मिली धमकियों के मद्देनजर प्रदेश सरकार सुरक्षा को लेकर हरसंभव उपाय करने में जुटी है। यहां तक कि काउंटर टेररिज्म ऑपरेशन में महारत हासिल करने वाली नेशनल सिक्योरिटी गार्ड (एनएसजी) के ब्लैककैट कमांडोज भी तैनात किए गए हैं।
18 ने मेले में शुरू की सुरागरशी -
इसके अलावा भी सुरक्षा से जुड़े हर बिंदु पर पुख्ता तैयारी की जा रही है। इसी को देखते हुए स्पॉटर्स तैनात करने का निर्णय लिया गया है। यह स्पॉटर्स जम्मू-कश्मीर, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, मप्र और नॉर्थ-ईस्ट से चुलाए जाएंगे। इनमें से 18 ने मेले में पहुंचकर सुरागरशी भी शुरू कर दी है।
मेला एसपी सुरक्षा असीम चौधरी ने बताया कि स्पॉटर्स पुलिस व सुरक्षा एजेंसियों से संबंधित वह लोग होते हैं, जो राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में शामिल व्यक्तियों पर लगातार नजर रखते हैं। साथ ही समय-समय पर इसकी सूचना पुलिस को देते हैं।
मेले में पहली काउंटर टेररिज्म एक्सरसाइज -
प्रयागराज में संगम क्षेत्र स्थित हनुमान मंदिर में शनिवार रात चार आतंकी घुस गए। उन्होंने मंदिर के महंत को बंधक बना लिया। इसकी सूचना मिलने पर नेशनल सिक्योरिटी गार्ड (एनएसजी) व एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड (एटीसी) ने मंदिर में पहुंचकर मोर्चा संभाला।
27 मिनट तक चले ऑपरेशन में तीन आतंकी मौके पर ही ढेर कर दिए गए जबकि एक को गिरफ्तार कर लिया गया। बाद में पता चला कि एनएसजी व एटीएस की यह संयुक्त कार्रवाई मेला क्षेत्र में रात में हुई पहली काउंटर टेररिज्म एक्सरसाइज का हिस्सा थी।
रात 10:06 बजे यह एक्सरसाइज शुरू हुई। वायरलेस पर मैसेज प्रसारित हुआ कि हनुमान मंदिर में चार आतंकी घुस गए हैं और उन्होंने महंत को बंधक बना लिया है। सूचना पर कुछ ही देर में वहां एनएसजी व एटीएस के कमांडो पहुंच गए। दोनों टीमों ने सबसे पहले मंदिर परिसर को अपने घेरे में ले लिया। इसके बाद एनएसजी के जवानों की एक टीम भीतर घुसी। दूसरी ओर से एटीएस के कमांडो भी मुस्तैद हो गए।
एक टीम ने सामने जबकि दूसरी टीम ने निकास द्वार की ओर से मंदिर में प्रवेश किया। भीतर पहुंचने पर चार आतंकी महंत को बंधक बनाए नजर आए। वह कुछ कर पाते, इससे पहले ही कमांडोज ने एक आतंकी को दबोच लिया।
एसएसपी कुंभ राजेश कुमार द्विवेदी ने कहा कि महाकुंभ की सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता करने के लिए हनुमान मंदिर में शनिवार रात मॉकड्रिल की गई। इसमें जवानों ने आतंकी वारदात से निपटने का पूर्वाभ्यास किया।