देश में धार्मिक एकता और सद्भावना को मजबूत करने के उद्देश्य से बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने ‘सनातन हिंदू एकता पदयात्रा’ की शुरुआत की है। बता दें यह पदयात्रा दिल्ली के कात्यायनी माता मंदिर से श्रीधाम वृंदावन के लिए रवाना हुई। वहीं पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने इसे केवल एक यात्रा नहीं, बल्कि “विचारों को जगाने वाली वैचारिक क्रांति” बताया है। इस यात्रा के बारे बताते हुए पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि यह यात्रा किसी विवाद को बढ़ावा देने के लिए नहीं, बल्कि शांतिपूर्ण संवाद और विचारों के आदान-प्रदान के लिए है। उन्होंने कहा कि यह यात्रा माया की नगरी दिल्ली से माधव की नगरी वृंदावन तक लोगों को जोड़ने का काम करेगी और इसमें हर किसी की भागीदारी अवश्य है। इसके साथ ही पंडित शास्त्री ने देश-विदेश में रहने वाले हिन्दुओं से अपील की कि वे कम से कम एक दिन इस यात्रा का हिस्सा अवश्य बनें। जानकारी के अनुसार पदयात्रा के दौरान दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश की 422 ग्राम पंचायतों, कस्बों और नगरों तक पहुंचकर लगभग 5 करोड़ लोगों को इसका संदेश देने की तैयारी है।
मुस्लिम समाज
का समर्थन
इस यात्रा की अहम बात
यह है कि इसे मुस्लिम समाज का भी समर्थन मिला है। फैज खान के नेतृत्व में 300 से
अधिक मुस्लिम व्यक्ति इस यात्रा में शामिल होंगे। कुछ दिन पहले दिल्ली में मुस्लिम
समाज के लोगों के साथ हुई बैठक में भी सकारात्मक संवाद हुआ था। उनका कहना है कि यह
यात्रा लोगों में भाईचारा और एकता बढ़ाने का काम कर रही है, इसलिए वे इसमें साथ चल रहे हैं।



