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ऑपरेशन सिंदूर : नारी रक्षा संकल्प

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ऑपरेशन सिंदूर : नारी रक्षा संकल्प 

हाल ही में कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया। इस क्रूर घटना ने कई माताओं-बहनों का सिंदूर उजाड़ दिया। किन्तु हमारे वीर सैनिकों ने साहसिक जवाब देते हुए पाकिस्तान स्थित 9 आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर दिया और उनके सुरक्षा तंत्र की रीढ़ तोड़ दी। इसी उपलक्ष्य में आज प्रेरणा भवन नोएडा में भारतीय सेना के ऑपरेशन सिंदूर पर ‘नारी रक्षा संकल्प’ गोष्ठी का आयोजन किया गया।  




महिला समवन्य नोएडा के द्वारा आयोजित इस गोष्ठी की संयोजिका मोनिका चौहान ने अपने संबोधन में कहा की सैनिकों ने पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर दिया । यह गोष्ठी आतंकवाद के विरुद्ध जनमत को सशक्त करने के साथ-साथ महिलाओं को आत्मरक्षा, सजगता तथा सामाजिक उत्तरदायित्व के प्रति जागरूक करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। ऐसे अमानवीय कृत्य की हम कड़ी निंदा करते हैं, और अपने सैनिकों के अदम्य साहस को नमन करते हैं।


    


वही गोष्ठी की मुख्य अतिथि डॉ. शिखा सिंह ने अपने उद्बोधन में कहा कि, जम्मू कश्मीर के पहलगाम हमले ने पूरे देश को दुख और आक्रोश से भर दिया। इस हमले के 15 दिन बाद ही भारतीय नेतृत्व ने दुनिया को बता दिया कि भारत की बेटियों के सिंदूर को उजाड़ना आतंकियों की सबसे बड़ी भूल थी।  हमारी सेना ने पकिस्तान के इस दुस्साहस का घर में घुस कर जवाब दिया। ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से 



पाकिस्तान में चल रहे आतंकी ठिकानों को नष्ट कर दिया। गोष्ठी की मुख्य वक्ता श्रीमती ममता काले ने अपने संबोधन में कहा कि पाकिस्तान में इतना साहस नहीं कि वह भारत को छू भी पाए।  ऑपरेशन सिंदूर हमारे लिए गर्व की बात है। क्योंकि सिंदूर शब्द ही भारत की मातृशक्ति का परिचायक है। 

सिंदूर मात्र रंग नहीं है, यह हमारा संस्कार है, सिंदूर हमारी शक्ति, वीरता, ओजस्वीता का प्रतीक है।  

भारत ने पाकिस्तान को ईंट का जवाब पत्थर से दिया है। आगे उन्होंने कहा कि चीन और पाकिस्तान जैसे घातक पडोसी तो भारत के दुश्मन हैं ही साथ ही वह भी भारत के दुश्मन हैं जो भारत में रह कर ऑपरेशन सिंदूर की निंदा कर रहे हैं।  

ऑपरेशन सिंदूर ने हमे बहुत कुछ सिखाया है।  उन्होंने कहा कि भारत ने दुनिया के सामने पाकिस्तान की सच्चाई रख दी है और ऑपरेशन सिंदूर से भारत ने सिर्फ पाया है खोया सिर्फ पाकिस्तान ने है।  



सिंदूर का मूल्य अब पूरा विश्व जानता है। गोष्ठी की अध्यक्ष श्रीमती प्रीति दादू ने मुख्य अतिथि डॉ. शिखा सिंह, मुख्य वक्ता ममता काले जी, कार्यक्रम संयोजिका मोनिका चौहान जी का धन्यवाद दिया। इसके साथ ही इस कार्यक्रम में सम्मिलित हुए सभी लोगों का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर नगर के अनेक गणमान्य लोग उपस्थित रहे।