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पीएम मोदी बोले महाकुंभ एकता का महायज्ञ है, इसमें हर भेदभाव की दी जाती है आहुति

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- प्रयागराज में महाकुंभ 2025 की तैयारियों का शुभारंभ किया

- पीएम ने महाकुंभ की तैयारी से संबंधित 6,500 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया

प्रयागराज। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज प्रयागराज की यात्रा की, जो महाकुंभ 2025 की तैयारियों को लेकर बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है। इस दौरे में उन्होंने कई परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। साथ ही, उन्होंने संगम तट पर गंगा पूजन कर इस पवित्र आयोजन की शुरुआत की।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रयागराज में महाकुंभ 2025 की तैयारियों का शुभारंभ किया। उन्होंने गंगा तट पर पूजा-अर्चना की और संगम स्नान किया। इस अवसर पर पीएम मोदी ने महाकुंभ को "एकता का महायज्ञ" बताया, जहां हर तरह के भेदभाव की आहुति दी जाती है।

इस दौरे में प्रधानमंत्री ने महाकुंभ की तैयारी से संबंधित 6,500 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया। इनमें प्रमुख योजनाएं गंगा रिवरफ्रंट, निषादराज पार्क और अन्य आधारभूत सुविधाओं का निर्माण शामिल है। सुरक्षा के लिहाज से कुंभ क्षेत्र में 7-लेयर सुरक्षा व्यवस्था, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मॉनिटरिंग, और 45 करोड़ श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विशेष प्रबंध किए जा रहे हैं। इसके तहत डेढ़ लाख शौचालय, हजारों अस्थायी अस्पताल, और स्वच्छता के लिए गंगा सेवक तैनात किए जाएंगे।

पूरे आयोजन को दुनिया का सबसे बड़ा आध्यात्मिक मेला माना जा रहा है। महाकुंभ 2025 में आस्था और सांस्कृतिक एकता का यह भव्य प्रदर्शन भारत की विविधता और परंपराओं का अद्भुत उदाहरण प्रस्तुत करेगा।


1. महाकुंभ 2025 की तैयारियां -

प्रधानमंत्री ने महाकुंभ को "एकता का महायज्ञ" बताते हुए कहा कि यह आयोजन भारतीय संस्कृति और अध्यात्म का विश्व को संदेश है।

उन्होंने 6,500 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया, जिसमें गंगा रिवरफ्रंट, निषादराज पार्क, और बुनियादी ढांचे के विकास की योजनाएं शामिल हैं।

श्रद्धालुओं के लिए डेढ़ लाख अस्थायी शौचालय, 500 से अधिक पानी की टंकियां, और हजारों अस्थायी अस्पताल बनाने की योजना है।

सुरक्षा के लिए 7-लेयर सिक्योरिटी और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित निगरानी व्यवस्था लागू की जाएगी।

2. गंगा पूजन और संगम स्नान -

प्रधानमंत्री ने संगम तट पर गंगा, यमुना, और अदृश्य सरस्वती के पवित्र संगम में स्नान किया।

गंगा आरती और पूजा के दौरान उन्होंने स्वच्छता और जल संरक्षण का संदेश दिया।

3. महाकुंभ का महत्व -

प्रधानमंत्री ने इसे भारतीय एकता और विविधता का प्रतीक बताते हुए कहा कि महाकुंभ में हर भेदभाव की आहुति दी जाती है।

उन्होंने श्रद्धालुओं से इस आयोजन में भारतीय परंपराओं और मूल्यों को साकार करने की अपील की।


4. विशेष घोषणाएं और परियोजनाएं -

प्रयागराज में बेहतर यातायात के लिए फ्लाईओवर और सड़क परियोजनाओं को हरी झंडी दी गई।

गंगा के किनारे पर्यावरण अनुकूल पर्यटन स्थलों के विकास पर जोर दिया गया।

स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए हस्तशिल्प और व्यापारिक मेलों का आयोजन भी महाकुंभ के दौरान किया जाएगा।

5. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति -

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी प्रधानमंत्री के साथ इस आयोजन में भाग लिया और राज्य की तैयारियों की जानकारी दी।

उन्होंने कहा कि महाकुंभ 2025 का आयोजन इतिहास का सबसे बड़ा और व्यवस्थित धार्मिक आयोजन होगा।

यात्रा का महत्व :

प्रधानमंत्री की यह यात्रा महाकुंभ के वैश्विक प्रचार और उत्तर प्रदेश के धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के दृष्टिकोण से बेहद महत्वपूर्ण है। उन्होंने स्थानीय प्रशासन को निर्देश दिए कि महाकुंभ में आने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं के लिए हर सुविधा सुनिश्चित की जाए।

महाकुंभ 2025 के आयोजन को सफल बनाने के लिए यह दौरा प्रशासन और जनता दोनों के लिए प्रेरणादायक माना जा रहा है।