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रंग-रोगन बहाना, काम कट्टरपंथी सोच फैलाना!

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बिजनौर, उत्तर प्रदेश

उत्तर प्रदेश के बिजनौर के एक गांव में हैं। इस पर ऊर्दू में लिखा नाम, किसी मदरसे के होने की कहानी कह रहा है। जबकि वास्तव में ये राज्य सरकार द्वारा संचालित सरकारी स्कूल है। अब सवाल यह कि आखिर सरकारी स्कूल की बिल्डिंग पर उर्दू में नाम क्यों लिखा गया और इसी सवाल से पनपते हैं ढेर सारे सवाल। स्कूल के सामने सेल्फी लेते इन 5 विभूतियों में से एक स्कूल प्रिंसिपल रफत खान और शिक्षक अब्दुल रशीद, गुलिस्ता जहां और हलीमा बानो हैं। वहीं तस्वीर में नजर आ रहा 5वां व्यक्ति मुदस्सिर है। मुदस्सिर की उपस्थिति पर भी सवाल उठ रहे हैं। कट्टरपंथी विचारधारा और पहलगाम हमले को लेकर विवादित पोस्ट करने को लेकर मुदस्सिर के खिलाफ जांच चल रही है और फिलहाल वो निलंबित है। ऐसे में स्कूल परिसर में उनकी फोटो कई सवाल खड़े कर रही है। 

Bijnor Principal Suspended for Writing School Name in Urdu: बिजनौर उर्दू  में नाम लिखने पर सरकारी स्कूल की प्रधानाध्यापिका सस्पेंड. - News18 हिंदी

स्कूल भवन पर उर्दू में नाम लिखवाकर मुदस्सिर के साथ फोटो लेने का मामला तूल पकड़ने लगा तो यूपी बेसिक शिक्षा विभाग ने नियमों के विरुद्ध काम करने के आरोप में स्कूल प्रिसिंपल रफत खान को निलंबित कर दिया है।