चित्रकूट।
- कलाकार और समूह नृत्य, संगीत, और लोक कला की देंगे प्रस्तुति
चित्रकूट में इस वर्ष देवदीपावली के अवसर पर रामघाट पर भव्य दीपोत्सव का आयोजन किया जाएगा। इस अवसर पर लाखों दीपों से रामघाट और मंदाकिनी नदी के तटों को सजाया जाएगा, जो धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। दीपोत्सव में श्रद्धालु भगवान राम के स्वागत के लिए दीप जलाकर उनकी पूजा करेंगे, और यह आयोजन राम की नगरी चित्रकूट में विशेष आस्था और उल्लास के साथ मनाया जाएगा।
लाखों दीपों से सजावट-
रामघाट और मंदाकिनी नदी के किनारे लाखों दीप जलाए जाएंगे, जिससे पूरा वातावरण आलोकित हो जाएगा। दीपों की आभा और उनकी छटा इस स्थल को और भी भव्य बना देगी। इस दृश्य को देखने के लिए दूर-दूर से श्रद्धालु और पर्यटक चित्रकूट पहुंचेंगे। दीपोत्सव का यह आयोजन रामायण काल की याद दिलाता है, जब श्रीराम, सीता, और लक्ष्मण के अयोध्या लौटने के समय दीप जलाए गए थे।
धार्मिक अनुष्ठान और पूजा-
इस दिन विशेष पूजा और धार्मिक अनुष्ठान भी होंगे। श्रद्धालु भगवान राम, सीता और लक्ष्मण की पूजा करेंगे, और रामघाट पर आरती का आयोजन होगा। दीप जलाने के साथ-साथ कीर्तन और भजन भी गाए जाएंगे, जो इस धार्मिक अवसर को और भी भव्य बना देंगे।
रामघाट पर सांस्कृतिक कार्यक्रम-
दीपोत्सव के अवसर पर रामघाट पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाएगा। कलाकार और समूह नृत्य, संगीत, और लोक कला प्रस्तुत करेंगे, जो स्थानीय संस्कृति और भक्ति भावना को दर्शाते हैं।
पर्यटकों के लिए विशेष इंतजाम-
दीपोत्सव में बड़ी संख्या में श्रद्धालु और पर्यटक शामिल होंगे, जिसे देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा और यातायात व्यवस्थाओं को सुनिश्चित किया है। घाटों पर सुरक्षा बल तैनात किए जाएंगे, और श्रद्धालुओं के लिए सुविधाएं जैसे जल, बैठने के स्थान, और साफ-सफाई के इंतजाम किए गए हैं।
आध्यात्मिक अनुभव-
देवदीपावली का आयोजन एक आध्यात्मिक और धार्मिक अनुभव प्रदान करेगा, और श्रद्धालुओं को आस्था और भक्ति के साथ-साथ एक अद्भुत दृश्य का अनुभव होगा।
चित्रकूट का यह दीपोत्सव न केवल धार्मिक रूप से महत्वपूर्ण है, बल्कि इसे एक सांस्कृतिक और पर्यटन आयोजन के रूप में भी मनाया जाता है। दीपों से सजाए गए रामघाट और मंदाकिनी नदी का दृश्य हर किसी को मंत्रमुग्ध कर देगा।