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हापुड़ में गंगा कार्तिक मेला शुरू, 14 नवंबर को मुख्य स्नान

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 हापुड़। 

- कार्तिक मास में गढ़मुक्तेश्वर के गंगा घाट पर होता है मेले का आयोजन

- प्रसिद्ध लोक गायिका मैथिली ठाकुर 14 नवंबर को देंगी प्रस्तुति 

- श्रद्धालुओं के आगमन को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा के किए पुख्ता इंतजाम

हापुड़ में गंगा कार्तिक मेला पूरे धूमधाम से शुरू हो चुका है। यह मेला हर साल कार्तिक मास में गढ़मुक्तेश्वर के गंगा घाट पर आयोजित किया जाता है और लाखों श्रद्धालु इसमें हिस्सा लेते हैं। मेले का मुख्य स्नान 14 नवंबर को होगा, जब देशभर से आए भक्त गंगा में आस्था की डुबकी लगाएंगे और पुण्य लाभ प्राप्त करेंगे। कार्तिक पूर्णिमा के इस अवसर पर गंगा स्नान का विशेष महत्व माना जाता है, और श्रद्धालु स्नान के बाद गंगा आरती में भी हिस्सा लेंगे।


मेले की प्रमुख आकर्षण-

सांस्कृतिक कार्यक्रम- मेले में विभिन्न सांस्कृतिक और धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। इस वर्ष विशेष आकर्षण के रूप में प्रसिद्ध लोक गायिका मैथिली ठाकुर 14 नवंबर को अपनी प्रस्तुति देंगी। मैथिली ठाकुर अपनी सुरीली आवाज और भक्ति गीतों के लिए जानी जाती हैं, और उनकी प्रस्तुति को लेकर श्रद्धालुओं और पर्यटकों में उत्साह है।

मुख्य स्नान-

14 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा का मुख्य स्नान होगा। यह स्नान मेले का सबसे महत्वपूर्ण दिन माना जाता है, जब लाखों श्रद्धालु गंगा में स्नान कर अपने पापों से मुक्ति की कामना करते हैं। गंगा घाटों पर सुबह से ही भक्तों की भारी भीड़ उमड़ने की उम्मीद है, और प्रशासन ने स्नान के लिए विशेष व्यवस्था की है।

धार्मिक और पौराणिक महत्व-

गंगा कार्तिक मेला धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व से जुड़ा हुआ है। कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा स्नान से मोक्ष की प्राप्ति का विश्वास किया जाता है। इस दौरान श्रद्धालु गंगा की आरती, कथा, और कीर्तन में शामिल होकर भगवान से अपने जीवन में सुख-समृद्धि की कामना करते हैं। 

प्रशासनिक व्यवस्था और सुरक्षा-

बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आगमन को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। पुलिस और स्वयंसेवकों की टीम घाटों पर तैनात की गई है। यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं, ताकि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े।


व्यापारिक और सांस्कृतिक हब-

मेला केवल धार्मिक दृष्टिकोण से ही नहीं, बल्कि व्यापार और स्थानीय सांस्कृतिक गतिविधियों के लिए भी प्रसिद्ध है। मेले में विभिन्न प्रकार के स्टॉल लगाए गए हैं, जहाँ से लोग पारंपरिक सामान, कपड़े, आभूषण, और खिलौने खरीद सकते हैं। 

हापुड़ के इस गंगा कार्तिक मेले में श्रद्धालुओं का जुटान धार्मिक, सामाजिक, और सांस्कृतिक समागम का अद्भुत दृश्य प्रस्तुत करता है। मेले में परिवारों के साथ आए लोग गंगा स्नान, भक्ति कार्यक्रम, और मेले का आनंद ले रहे हैं, जो इस उत्सव को खास बनाता है।