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अलीगढ़ महोत्सव 2025: शिल्प ग्राम में दिखेगी प्रदेश की कला और संस्कृति की झलक

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- महोत्सव के तहत शिल्प ग्राम में एक जिला-एक उत्पाद (ओडीओपी) योजना के अंतर्गत प्रदेश के प्रत्येक जिले के विशेष उत्पादों के स्टॉल लगाए जाएंगे

- जिलाधिकारी संजीव रंजन ने महोत्सव की तैयारियों का निरीक्षण करते हुए नुमाइश कार्यकारिणी की बैठक की। उन्होंने शिल्प ग्राम की 105 दुकानों को भरने के निर्देश दिए

अलीगढ़। 1 फरवरी 2025 से शुरू हो रहे अलीगढ़ महोत्सव (राजकीय औद्योगिक एवं कृषि प्रदर्शनी) में इस बार उत्तर प्रदेश की समृद्ध कला, संस्कृति और उत्पादों की झलक देखने को मिलेगी। महोत्सव के तहत शिल्प ग्राम में एक जिला-एक उत्पाद (ओडीओपी) योजना के अंतर्गत प्रदेश के प्रत्येक जिले के विशेष उत्पादों के स्टॉल लगाए जाएंगे। इसके साथ ही, पुस्तक मेला, आर्ट गैलरी और हस्तशिल्प की दुकानें भी प्रदर्शनी का हिस्सा होंगी।  

जिलाधिकारी ने तैयारियों का लिया जायजा -

जिलाधिकारी संजीव रंजन ने महोत्सव की तैयारियों का निरीक्षण करते हुए नुमाइश कार्यकारिणी की बैठक की। उन्होंने शिल्प ग्राम की 105 दुकानों को भरने के निर्देश दिए। उन्होंने सख्त लहजे में कहा कि कई दुकानें हर साल खाली रह जाती हैं, जिससे आयोजन की गुणवत्ता पर असर पड़ता है। इस बार प्रदेश के सभी जिलों के ख्यातिप्राप्त उत्पादकों को निमंत्रण पत्र भेजकर इन दुकानों को भरने की व्यवस्था की जाएगी।  

मंचों और कार्यक्रमों की गुणवत्ता पर जोर -

जिलाधिकारी ने कृष्णांजलि नाट्यशाला, कोहिनूर मंच, और मुक्ताकाश मंच के डिजाइन को अंतिम रूप दिया। उन्होंने निर्देश दिए कि इन मंचों पर होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों के दौरान साउंड सिस्टम की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जाए।  

खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन -

महोत्सव के दौरान खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन स्टेडियम में किया जाएगा। जिलाधिकारी ने कहा कि नुमाइश में खेलों को भी बढ़ावा देने के लिए सभी आवश्यक इंतजाम किए जाएं।  

नुमाइश ठेके की जांच के आदेश -

जिलाधिकारी ने 2.20 करोड़ रुपये में ठेके को लेकर सवाल उठाए और कहा कि अन्य शहरों की नुमाइश के ठेके की तुलना में यह रकम कम है। उन्होंने इस संबंध में विस्तृत जानकारी उपलब्ध कराने को कहा।  

शिल्प ग्राम में होगी कला, साहित्य और संस्कृति की संगम -

इस बार शिल्प ग्राम में पुस्तक मेले, आर्ट गैलरी, और हस्तशिल्प की विशेष दुकानें भी लगाई जाएंगी। यह आयोजन न केवल स्थानीय कारीगरों और कलाकारों को एक मंच प्रदान करेगा, बल्कि आगंतुकों के लिए प्रदेश की विविध सांस्कृतिक धरोहर को करीब से जानने का अवसर भी होगा।  

अलीगढ़ महोत्सव 2025 का यह संस्करण प्रदेश की कला, संस्कृति और उत्पादों को प्रदर्शित करने के साथ-साथ साहित्य, खेल, और हस्तशिल्प को प्रोत्साहित करेगा। जिलाधिकारी की सख्त निगरानी में इस बार का आयोजन अधिक भव्य और व्यवस्थित होने की उम्मीद है।