जयपुर. सेवाभारती अलवर की ओर से फुलेरा दौज के अवसर पर आदर्श विद्या मंदिर में श्री राम जानकी सर्वजातीय सामूहिक विवाह सम्मेलन आयोजित किया गया. सम्मेलन में 11 जोड़े परिणय सूत्र में बंधे. सेवाभारती द्वारा आयोजित सर्वजातीय विवाह जोड़ों के चेहरे प्रसन्नता से चमक रहे थे.
गणेश पूजन के साथ विवाह कार्यक्रम प्रारंभ हुआ. इसके बाद विवाह संबंधी विभिन्न रीति-रिवाजों को पूरा कर गाजे बाजे के साथ वर निकासी हुई. सेवाभारती महिला मंडल की ओर से वरमाला उत्सव संपन्न हुआ. सभी ने नवविवाहित जोड़ों को आशीर्वाद दिया. सेवा भारती समिति द्वारा जोड़ों को विवाह सर्टिफिकेट व उनके गृहस्थ जीवन के लिए आवश्यक सामग्री प्रदान की गई.
इस अवसर पर विजय मुनि ब्रह्मकुमारी ममता दीदी एवं प्रांत से आए अतिथियों का स्वागत किया गया. विवाह सम्मेलन में समाज प्रतिष्ठित लोग शामिल हुए.
अब तक सर्वजातीय सामूहिक विवाह सम्मेलन में सेवा भारती की ओर से 102 जोड़ों को विवाह करवाया गया है.
कन्या भ्रूण हत्या नहीं करने के वचन के साथ विवाह सम्पन्न
सेवा भारती समिति भिवाड़ी द्वारा आयोजित अष्टम श्रीराम जानकी सर्वजातीय सामूहिक विवाह सम्मेलन श्री श्याम बाल वाटिका, सेक्टर-३ में सम्पन्न हुआ. इसमें राजस्थान, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार के 7 जातियों के 12 जोड़े दांपत्य सूत्र में बंधे. समारोह में सभी जोड़ों के लिए अलग अलग मंडप बनाए गए. इन मंडपों में वर-वधु ने राम-जानकी, शिव-पार्वती, विष्णु-लक्ष्मी, कृष्ण-रुक्मणि, लक्ष्मण-उर्मिला, भरत-मांडवी, शत्रुघ्न-श्रुतकीर्ति, पवन-अंजना, गणेश-रिद्धि सिद्धि, अर्जुन-सुभद्रा, याज्ञवल्क्य-मैत्रियी, सत्यवान-सावित्री के स्वरुप में फेरे लिए. समारोह में महंत नरेश गिरी महाराज का सान्निध्य एवं आशीर्वाद प्राप्त हुआ.
समारोह में 12 घोड़ियों पर बारात निकासी हुई. तत्पश्चात तोरण व्यवस्था रही. सभी दुल्हनों को सेवा भारती की महिला कार्यकर्ताओं द्वारा शृंगार कर मंच तक लाया गया. पंडितों ने सभी जोड़ों को 7 वचनों के साथ, आठवें वचन के रूप में बालिका भ्रूण हत्या नहीं करने की शपथ भी दिलाई. विदाई में विवाह आयोजन समिति द्वारा सभी वधुओं को नित्य उपयोगी सामान उपहार स्वरुप भेंट किया गया.
कार्यक्रम को सेवा भारती के सभी पुरुष एवं महिला कार्यकर्ता सहित गणमान्य बन्धु भगिनी ने उपस्थित होकर सफल किया.