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जिसे सनातन परंपरा में विश्वास है वह महाकुंभ आए वह चाहे हिंदू हो या मुसलमान

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- योगी आदित्यनाथ वक्फ बोर्ड के दावों का जवाब देते हुए कहा कि अगर कोई आएगा और कहेगा कुंभ की यह भूमि हमारी है और हम लोग इस पर कब्जा करेंगे तो मुझे लगता है कि उनको 'डेंटिंग-पेंटिंग' का सामना करना पड़ सकता है।

- सनातन परंपरा में श्रद्धा रखते हैं। जिन्हें ऐसा लगता है कि भूतकाल में किसी दबाव में आकर उनके पूर्वजों ने उपासना विधि के रूप में इस्लाम स्वीकार किया था, लेकिन वे सनातनी हैं तो उनका कुंभ में स्वागत हैं।

प्रयागराज। दिव्य और अलौकिक महाकुंभ में सीएम योगी ने महाकुंभ में सभी मुसलमान भाइयों का स्वागत है। उन्होंने कहा कि जिसे भी सनातन परंपरा में विश्वास है वह महाकुंभ में आ सकता है। गलत मानसिकता के साथ लोग यहां न आएं। अगर कुछ भी गलत करते पकड़े गए तो उनके साथ दूसरे तरीके से व्यवहार किया जाएगा। 

योगी आदित्यनाथ वक्फ बोर्ड के दावों का जवाब देते हुए कहा कि अगर कोई आएगा और कहेगा कुंभ की यह भूमि हमारी है और हम लोग इस पर कब्जा करेंगे तो मुझे लगता है कि उनको 'डेंटिंग-पेंटिंग' का सामना करना पड़ सकता है।

योगी ने महाकुंभ आने पर लगाईं ये शर्तें -

एक निजी चैनल को दिए इंटरव्यू में योगी ने कहा-कुंभ में ऐसे ही लोगों का स्वागत है जो अपने को भारतीय मानते हों। सनातन परंपरा में श्रद्धा रखते हैं। जिन्हें ऐसा लगता है कि भूतकाल में किसी दबाव में आकर उनके पूर्वजों ने उपासना विधि के रूप में इस्लाम स्वीकार किया था, लेकिन वे सनातनी हैं तो उनका कुंभ में स्वागत हैं।

योगी ने कहा-कुंभ में ऐसे लोगों का स्वागत है, जो अपने गोत्र को भारत के ऋषियों के नाम से जोड़कर देखते हैं। ऐसे लोग प्रयागराज आएं। वह यहां आएं और परंपरागत तरीके से संगम में स्नान करें। ऐसे लोगों के आने में कोई समस्या नहीं हैं।

इतिहास गवाह है जब बंटे थे तो कटे थे -

बंटेंगे तो कटेंगे, नारे को लेकर योगी ने कहा- इतिहास को उठाकर देखेंगे तब इस बात को देखेंगे कि बंटे थे तो कटे थे। अगर आप इतिहास की उस गलती से सबक सीखेंगे। फिर कभी भी ऐसी नौबत नहीं आएगी कि कोई गुलामी की बेड़ियों के साथ हमें जकड़ पाए।

विपक्ष पर हमला करते हुए उन्होंने कहा, इंडी गठबंधन (इंडिया ब्लॉक) ने लोकसभा चुनाव में बड़े पैमाने पर दुष्प्रचार किया था। संविधान के बारे में दुष्प्रचार कर रहे थे। जिन लोगों ने स्वयं संविधान का गला घोटा है।

बाबा साहब ने जो मूल प्रति संविधान सभा में प्रस्तुत किया था और जिसे लागू किया गया था। उसमें कहीं भी सेक्यूलर और सोशलिस्ट शब्द नहीं हैं। ये शब्द तब डाला गया जब देश में आपातकाल लागू था। कहा कि जिन लोगों ने लोकतंत्र का, संविधान का गला घोटा था वे लोग संविधान की प्रति हाथों में लेकर लोगों को बेवकूफ बना रहे थे। देश की जनता इन लोगों को समझ गई है। इसीलिए आज सबक सिखा रही है।