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बूचड़खाने की जगह बना आयुष्मान आरोग्य मंदिर

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 काशी,उत्तर प्रदेश

काशी, जिसे सनातन संस्कृति की आत्मा कहा जाता है, वहां जब कोई परिवर्तन धर्म, स्वास्थ्य और सेवा के संगम के रूप में होता है, तो वह एक उदाहरण बन जाता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में भारत विकास और जनसेवा की दिशा में भी आगे बढ़ रहा है। इसी सोच का उदाहरण है काशी के आदिविशेश्वर वार्ड में लिया गया ऐतिहासिक निर्णय – जहां कभी अवैध बूचड़खाना था, अब वहां एक भव्य आयुष्मान आरोग्य मंदिर बन चुका है।

वाराणसी : बूचड़खाने की जगह बना आयुष्मान आरोग्य मंदिर, सघन आबादी वाले इलाके  में मिलेगी बेहतर चिकित्सा सुविधा

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काशी के दक्षिणी विधानसभा क्षेत्र के आदि विशेश्वर वार्ड की पत्थर गली में पहले एक अवैध बूचड़खाना चलता था। योगी सरकार ने उसे बंद कर दिया और विधायक डॉ. नीलकंठ तिवारी के प्रयास से वहां पर अब आयुष्मान आरोग्य मंदिर नाम से एक आधुनिक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बन गया है। करीब 1300 वर्ग फुट में बनी इस इमारत में दो ओपीडी, एक दवा केंद्र और अन्य जरूरी स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध होंगी। इस केंद्र को 39 लाख रुपये की लागत से पूर्वांचल विकास निधि के तहत तैयार किया गया है।

इसका उद्घाटन  वैदिक विधि-विधान के साथ हुआ — 21 ब्राह्मणों ने स्वस्तिवाचन, सुंदरकांड और वैदिक मंत्रों से पूरे परिसर का शुद्धिकरण किया, जिससे यह स्थान अब सेवा और संस्कार का प्रतीक बन गया है।  डॉ. नीलकंठ तिवारी ने बताया कि पहले इन क्षेत्रों में स्वास्थ्य केंद्र किराये के छोटे-छोटे कमरों में चलते थे। अब प्रधानमंत्री मोदी की प्रेरणा और योगी जी के मार्गदर्शन में सभी स्वास्थ्य केंद्रों को भव्य भवन दिए गए हैं।

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इस अस्पताल से अब आसपास के हजारों लोगों को मुफ्त दवा, ओपीडी सेवाएं, टीकाकरण, मातृ-शिशु देखभाल और अन्य इलाज की सुविधा मिलेगी। खास बात यह भी है कि इससे क्षेत्र की गंदगी और बदबू से भी लोगों को राहत मिल गई है। यह केवल अस्पताल नहीं, यह सनातन सोच और सेवा की जीत है। जहां पहले पशुओं की हत्या होती थी, वहां अब जिंदगी बचाने का प्रयास किया जा रहा है,। यह बदलाव दिखाता है कि सरकार जब धर्म और विकास को साथ लेकर चलती है, तो समाज में स्वास्थ्य, स्वच्छता और संस्कार का उजाला फैलता है। स्थानीय लोगों ने इस प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि अब उन्हें इलाज के लिए दूर नहीं जाना पड़ेगा, यह केंद्र एक वरदान की तरह सिद्ध होगा।

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