भगवान भोले की प्रिय नगरी काशी में उनके विवाह के
उत्सव की तैयारियां जोरों पर हैं. महाशिवरात्रि का पर्व 18 फरवरी को मनाया जाएगा। इस महाशिवरात्रि
पर बाबा के दरबार में कोई भी खास नहीं होगा. इस महाशिवरात्रि के पर्व पर बाबा विश्वनाथ
के दरबार में अपार भीड़ की संभावना को देखते हुए वीआईपी दर्शन पर पूरी तरह रोक लगा
दी गई है। मंदिर प्रशासन के अनुसार सभी
तरह के वीआईपी पास इस दिन रद्द रहेंगे। मंदिर में आने वाले भक्तों की सुविधा के
लिए मंगला आरती के बाद भोर में चार बजे विश्वनाथ मंदिर के कपाट खोल दिए जाएंगे। मंगला
आरती की टिकट की दर बढ़ाई गयी है। महाशिवरात्रि के दिन पहली बार विश्वनाथ धाम में
दर्शन पूजन को श्रद्धालु ललिता घाट से भी आएंगे। इसके अतिरिक्त
मंदिर में ऐसी व्यवस्था की गई है कि भक्त आधे घंटे के भीतर दर्शन कर लौट सकें.
अपर पुलिस आयुक्त संतोष कुमार सिंह ने बताया कि महाशिवरात्रि
के दिन रिकॉर्ड भक्तों की भीड़ होने की उम्मीद जताई जा रही है। सुरक्षा के साथ सभी
श्रद्धालुओं से पुलिसकर्मियों का समुचित व्यवहार मुख्य रहेगा। सभी पुलिसकर्मियों
को इसकी हिदायत दे दी गयी है। किसी भी तरह का दुर्व्यवहार भक्तों के साथ नहीं होना
चाहिए। सभी विभागों की जिम्मेदारी तय कर दी गयी है। पीडब्ल्यूडी को विश्वनाथ धाम
और प्रमुख शिवालयों के आस पास बैरिकेडिंग की जिम्मेदारी मिली है। बिजली विभाग
प्रमुख मार्गों पर तारों को दुरुस्त करेगा।