उत्तर प्रदेश के बदायूं में दो मासूमों की बेरहमी से हत्या करने और उनका खून पीने के मामले में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने 25 हजार के इनामी दूसरे आरोपी जावेद को गिरफ्तार कर लिया है।
वो हत्या के बाद बदायूं से बरेली भाग गया था, जहां वो स्थानीय लोगों के हत्थे चढ़ गया। लोगों ने दरिंदे को पकड़कर पहले उसकी खातिरदारी की और फिर उसे पुलिस को सौंप दिया।
क्या है पूरा मामला
गौरतलब है कि 19 मार्च 2024 मंगलवार की देर शाम को सिविल लाइन थाना क्षेत्र दो मासूम हिन्दू बच्चों की मुस्लिम युवकों द्वारा उनके ही घर में गला रेत कर हत्या कर दी गई। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी साजिद वहां से फरार हो गया था। हालांकि, बाद में पुलिस ने उसे मुठभेड़ में ढेर कर दिया।
इस दरिंदगी का अंदाजा केवल इसी बात से लगाया जा सकता है कि आरोपितों ने मासूम बच्चों के शरीर पर एक के बाद एक लगातार 23 वार चाकुओं से वार किया था। उसने मासूमों का गला रेतने के बाद भी पीठ, हाथ सीने और पैरों पर भी कई वार किए थे। बच्चों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला कि आयुष के शरीर पर 14 और अहान के शरीर पर 9 बार कट/घाव के निशान थे।
साजिद को मिली कर्मों की सजा :
मां, नसरीन वहीं साजिद के एनकाउंटर के बाद उसकी मां नसरीन का भी बयान आया है। नसरीन का कहना है कि “साजिद ने ही घटना को अंजाम दिया है। जिस दिन घटना हुई उस दिन उनका बेटा जावेद घर पर था। मां का कहना है कि उनका बेटा जावेद बेकसूर है उसके साथ पुलिस इस तरह का व्यवहार ना करें। साजिद ने जैसा किया उसे उसके कर्म की सजा मिली है इसका उन्हें कोई अफसोस नहीं है”।
राम-राम बोलकर हिन्दुओं को रिझाता था साजिद
बता दें कि पीड़ित परिवार के घर से बमुश्किल 50 मीटर की दुरी पर रोड के दूसरी तरफ मोहम्मद साजिद की सैलून की दुकान है। उसकी दुकान के कुछ नियमित ग्राहकों ने बताया कि वह जब भी साजिद के सैलून पर आते थे तो साजिद मुस्कान के साथ राम-राम से स्वागत करता था।। बाल कटते समय उसकी नजर अक्सर बाहर की तरफ रहती थी, और जैसे ही कोई आस-पास का कोई हिंदू युवक निकलता तो तपाक से उससे खुद से राम-राम करता था। उस के इसी व्यवहार से उसके पास हिंदू ग्राहकों की भीड़ रहती थी।
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बदायूं कांड का दूसरा आरोपी जावेद गिरफ्तार, 2 बच्चों की बेरहमी हत्या के बाद से था फरार
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