आज यानी शारदीय नवरात्रि के पहले दिन गंगोत्री धाम के रावल तीर्थ पुरोहितों ने विश्व प्रसिद्ध गंगोत्री धाम के कपाट बंद होने की तिथि घोषित कर दी गई है. गंगोत्री धाम के कपाट आगामी 14 नवंबर को अन्नकूट के पावन पर्व और अभिजीत मुहूर्त पर सुबह 11 बजकर 45 मिनट पर बंद कर दिए जाएंगे. बता दें कि हर वर्ष नवरात्रि के पहले दिन गंगोत्री मंदिर समिति और रावल, तीर्थ पुरोहित गंगोत्री धाम के कपाट बंद होने की तिथि और शुभ मुहूर्त तय करते हैं. इस बार गंगोत्री धाम के कपाट 14 नवंबर को श्रद्धालुओं के लिए आगामी 6 माह के लिए बंद कर दिए जाएंगे. कपाट बंद होने के बाद मां गंगा की उत्सव डोली अपने मायके मुखीमठ यानी मुखबा के लिए निकलने लगी
शीतकाल यानी 6 महीने तक मां गंगा के दर्शन मुखबा में होंगे. उधर, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम में तीर्थयात्रियों की संख्या पिछले 12 सालों का रिकॉर्ड तोड़ने जा रही है. इन 12 सालों में दोनों धामों में तीर्थयात्रियों की सबसे ज्यादा संख्या बीते साल दर्ज की गई थी. बीते 11 लाख श्रद्धालुओं ने गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के दर्शन किए थे. जबकि, इस वर्ष अभी तक श्रद्धालुओं की संख्या 15 लाख के पार पहुंच चुकी है. अभी यात्रा लगभग 30 दिन और चलेगी. ऐसे में नया रिकॉर्ड बनना तय है. चार धामों में से दो प्रमुख धाम गंगोत्री और यमुनोत्री उत्तरकाशी जिले में स्थित है. जिनके दर्शन और पूजन के लिए देश विदेश से काफी संख्या में तीर्थयात्री पहुंचते हैं. इस साल मई महीने में कपाट खुलने के बाद जून तक चारधाम यात्रा में तीर्थयात्रियों की खासी भीड़ रही है. हालांकि, मॉनसून सीजन यानी जुलाई से सितंबर दूसरे हफ्ते तक कम ही तीर्थयात्री पहुंचे, लेकिन यात्रा के दूसरे चरण में 15 सितंबर से तीर्थयात्रियों की अच्छी खासी भीड़ धामों में उमड़ रही है.