समरस समाज और सजग नागरिक विश्वगुरु भारत का निर्माण करेगा – दत्तात्रेय होसबाले जी
महाराष्ट्र लातूर : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना के शताब्दी वर्ष के अवसर पर रविवार 2 फरवरी को शाम 5 से 7 बजे तक राजस्थान विद्यालय मैदान में ‘विराट शाखा दर्शन’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले जी उपस्थित रहे। शहर की 61 बस्तियों की 63 शाखाएं एक साथ, एक ही संघ स्थान पर लगीं। इसमें छात्र, युवा, व्यवसायी सभी शाखाएं शामिल थीं।
संघ अपना शताब्दी वर्ष पूरा कर रहा है, ऐसे में संघ के कार्य को विस्तार देने के लिए पंच परिवर्तन योजना को महत्व दिया जा रहा है। अभियान के लिए संघ कार्यकर्ता और स्वयंसेवक पिछले तीन महीने से तैयारी कर रहे हैं।
लातूर शहर के कार्यवाह किशोर पवार ने कार्यक्रम की प्रस्तावना रखी। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि महादेव दमने, देवगिरी प्रांत संघचालक अनिल जी भालेराव, नगर संघचालक उमाकांत माद्रेवार आदि गणमान्य लोग उपस्थित थे।
सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले जी ने कहा कि ‘शाखा में आने से मन, शरीर और बुद्धि मजबूत और विकसित होती है। इस एक घंटे की शाखा से एक आदर्श नागरिक का निर्माण होता है। प्रत्येक बस्ती में बच्चों की शाखा, युवा शाखा, वयस्क शाखा होनी चाहिए। हर क्षेत्र में सामाजिक रूप से जागरूक बंधुओं को संघ की शाखाओं से जोड़ने की जरूरत है। जागरूक नागरिक जो समरस समाज के निर्माण और राष्ट्रीय हित में अपना नागरी कर्तव्य पूरा करेंगे, वह भारत को विश्वगुरु बनाएंगे।
शताब्दी वर्ष में पंच परिवर्तन की अवधारणा पर विशेष जोर दिया और समरसता, नागरिक कर्तव्य, स्व का बोध, कुटुंब प्रबोधन और पर्यावरण के लिए काम करने की आह्वान किया। इस अवधारणा का मुख्य उद्देश्य समाज में एकता और समृद्धि पैदा करना है।
कार्यक्रम का समापन प्रार्थना के साथ हुआ। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में स्वयंसेवक, कार्यकर्ता और नागरिक उपस्थित रहे।