पहलगाम आतंकी हमले में निर्दोष हिन्दुओं की हत्या को लेकर देश में ही विदेशों में भी हिन्दू समाज में आक्रोश है। आतंकवाद और इसके पनाहगारों को कड़ी सजा देने की मांग की जा रही है। इसी क्रम में अमेरिका में रहने वाले भारतीय समुदाय के लोगों ने भी आंतकवाद के खिलाफ एकजुटता दिखाने के लिए शिकागो स्थित पाकिस्तानी दूतावास के बाहर विरोध प्रदर्शन किया।
रोष प्रदर्शन में इलिनॉइस, इंडियाना और विस्कॉसिन्स से 800 से भी अधिक की संख्या में लोग पाकिस्तानी दूतावास के सामने एकत्रित हुए। उन्होंने प्रदर्शन किया और न्याय की मांग की। विरोध प्रदर्शन यूएस इंडिया कम्युनिटी फाउंडेशन द्वारा आयोजित और 25 से अधिक सामुदायिक संगठनों के द्वारा समर्थित था। प्रदर्शन के दौरान लोगों ने अपने हाथ में बैनर ले रखे थे, जिनमें लिखा था, ‘हिन्दू लाइव्स मैटर्स, पाकिस्तान आतंकवाद बंद करो’।
प्रदर्शन के दौरान लोगों ने पाकिस्तान के खिलाफ नारेबाजी की। साथ ही पाकिस्तान को आतंकी देश घोषित करने की मांग की गई। इस मौके पर हिन्दू समुदाय से जुड़े प्रमुख नेता डॉ. भारत बरई ने आतंकी घटना के खिलाफ दुख और आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि हम सभी एक स्वर में अपराधियों को जबावदेह ठहराने और पीड़ितों को न्याय की मांग करते हैं।
प्रदर्शन के दौरान विश्व हिन्दू परिषद अमेरिका के महासचिव अमिताभ मित्तल ने कहा कि सभ्य समाज में आतंकवाद के लिए कोई स्थान नहीं है। हम लोग यहां केवल पहलगाम आतंकी हमले के पीड़ितों के प्रति एकजुटता दिखाने के लिए ही नहीं, बल्कि जम्मू कश्मीर के पीड़ित हिन्दुओं के लिए न्याय की मांग करने के लिए आए हैं। हम निर्दोषों की हत्या और अमानवीय कृत्यों की अनुमति नहीं दे सकते हैं। हम चुप नहीं बैठने वाले हैं। इसके अलावा हम वैश्विक समुदाय और संयुक्त राष्ट्र से मांग करते हैं कि वह पाकिस्तान को एक आतंकी देश घोषित करे।
मिडवेस्ट इंडियन अमेरिकन समुदाय के वरिष्ठ व्यक्ति हरि भाई पटेल ने कहा कि प्रदर्शन केवल हमारे गुस्से को प्रदर्शित करने के लिए नहीं है, बल्कि यह उस उम्मीद को लेकर है – हमें उम्मीद है कि दुनिया हमारी बात को सुनेगी और कार्रवाई करेगी।
कई सामुदायिक और सांस्कृतिक समूहों का प्रतिनिधित्व करते हुए संतोष कुमार ने टिप्पणी की कि “जब मानवता पर हमला हो रहा हो, तो चुप रहना ही सहभागिता है। हम चुप रहने से इनकार करते हैं। हम हर निर्दोष जान के लिए खड़े हैं। शिकागो में महिलाओं की एक प्रमुख आवाज निर्मला रेड्डी ने पाकिस्तान द्वारा सीमा पार आतंकवाद को लगातार प्रायोजित करने की निंदा की और तत्काल अंतरराष्ट्रीय हस्तक्षेप की मांग की।