महाकुंभ 2025: युवाओं में बढ़ी धर्म की आस्था, वेद-पुराण की सर्चिंग में 300% उछाल, पाकिस्तान तक दिखा डिजिटल अभियान का प्रभाव
- आँकड़ों के अनुसार, 66 करोड़ श्रद्धालुओं में से 50% से अधिक युवा थे, जिनकी उम्र 25 से 50 वर्ष के बीच थी
- गूगल ट्रेंड्स के मुताबिक, दिसंबर 2024 से ‘महाकुंभ’ दुनियाभर में सबसे ज्यादा सर्च किया जाने वाला शब्द रहा
प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ 2025 ने देश में युवाओं को धर्म की ओर आकर्षित किया है। आँकड़ों के अनुसार, 66 करोड़ श्रद्धालुओं में से 50% से अधिक युवा थे, जिनकी उम्र 25 से 50 वर्ष के बीच थी। इसके साथ ही, इंटरनेट पर वेद-पुराण की सर्चिंग में 300% की वृद्धि देखी गई है।
गूगल ट्रेंड्स में टॉप पर रहा ‘महाकुंभ’-
गूगल ट्रेंड्स के मुताबिक, *दिसंबर 2024 से ‘महाकुंभ’ दुनियाभर में सबसे ज्यादा सर्च किया जाने वाला शब्द रहा। जनवरी 2025 तक आते-आते इस शब्द को करोड़ों बार सर्च किया गया। दिलचस्प बात यह रही कि ये सर्च सिर्फ भारत में ही नहीं, बल्कि नेपाल, पाकिस्तान, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में भी हुईं।
सोशल मीडिया पर छाया महाकुंभ-
महाकुंभ 2025 के दौरान सोशल मीडिया पर 33 करोड़ से अधिक फोटो और वीडियो अपलोड किए गए। युवाओं ने गाने और फिल्मों की बजाय वेद-पुराण और सनातन धर्म के बारे में अधिक जानकारी सर्च की। महाकुंभ की आधिकारिक वेबसाइट पर भी रिकॉर्ड ट्रैफिक देखा गया, जहाँ 4 जनवरी 2025 तक ही 33 लाख से ज्यादा लोग विजिट कर चुके थे।
डॉक्टर-इंजीनियर से लेकर IT प्रोफेशनल्स तक दिखे धार्मिक उत्साह में-
महाकुंभ 2025 में आने वाले श्रद्धालुओं में डॉक्टर, सॉफ्टवेयर इंजीनियर और अन्य प्रोफेशनल्स भी शामिल थे। इससे उन विचारों को चुनौती मिली, जो धर्म को सिर्फ कम पढ़े-लिखे लोगों से जोड़ते हैं।
योगी सरकार के ‘डिजिटल महाकुंभ’ अभियान का जलवा-
महाकुंभ 2025 को ‘डिजिटल महाकुंभ’ के रूप में आयोजित करने की योगी सरकार की रणनीति बेहद सफल रही। सरकार ने महाकुंभ के लिए अलग सोशल मीडिया हैंडल, वेबसाइट और डिजिटल गाइडेंस सिस्टम तैयार किया। युवाओं ने यात्रा की योजना बनाने से लेकर परिवहन तक के लिए इंटरनेट और डिजिटल सुविधाओं का भरपूर उपयोग किया।
धर्म और तकनीक का अद्भुत संगम-
महाकुंभ में पहली बार इतने बड़े पैमाने पर धर्म और तकनीक का मिश्रण देखा गया। तिलक, त्रिपुंड और पारंपरिक परिधान जैसे धार्मिक प्रतीक भी सोशल मीडिया पर ट्रेंड करने लगे। योगी सरकार द्वारा किए गए सुव्यवस्थित प्रबंधन और डिजिटल प्रचार अभियान ने न केवल देश में बल्कि पाकिस्तान तक में असर छोड़ा।
महाकुंभ 2025 ने सनातन संस्कृति को दी नई ऊर्जा-
महाकुंभ 2025 ने यह साबित कर दिया कि धर्म सिर्फ परंपरा नहीं, बल्कि युवाओं के लिए भी आकर्षण का केंद्र बन रहा है। डिजिटल माध्यमों से इसकी पहुँच और बढ़ी है, जिससे न केवल भारत में बल्कि दुनियाभर में सनातन धर्म को नई ऊर्जा और पहचान मिली है।