महाकुंभ 2025: सीएम योगी और भूटान नरेश ने संगम में लगाई आस्था की डुबकी, गंगा पूजन और आरती की
- - स्नान के बाद दोनों ने गंगा पूजन और आरती की। इसके बाद वे लेटे हनुमान मंदिर और अक्षयवट के दर्शन के लिए रवाना हुए।
- - सीएम योगी और भूटान नरेश लखनऊ से विमान द्वारा प्रयागराज के बमरौली एयरपोर्ट पहुंचे, जहां से वे सड़क मार्ग से महाकुंभ पहुंचे। अरैल घाट से बोट के जरिए संगम पहुंचे और स्नान किया
प्रयागराज महाकुंभ 2025 के 23वें दिन उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और भूटान नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक ने संगम में आस्था की डुबकी लगाई। स्नान के बाद दोनों ने गंगा पूजन और आरती की। इसके बाद वे लेटे हनुमान मंदिर और अक्षयवट के दर्शन के लिए रवाना हुए।
संगम में पवित्र स्नान और गंगा पूजन-
सीएम योगी और भूटान नरेश लखनऊ से विमान द्वारा प्रयागराज के बमरौली एयरपोर्ट पहुंचे, जहां से वे सड़क मार्ग से महाकुंभ पहुंचे। अरैल घाट से बोट के जरिए संगम पहुंचे और स्नान किया। इस दौरान भूटान नरेश ने योगी के साथ पक्षियों को दाना खिलाया और तस्वीरें भी खिंचवाईं।
लेटे हनुमान मंदिर और अक्षयवट के दर्शन-
योगी आदित्यनाथ और भूटान नरेश के आगमन को देखते हुए लेटे हनुमान मंदिर और अक्षयवट को श्रद्धालुओं के लिए अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया था। ये स्थल शाम 4 बजे के बाद श्रद्धालुओं के लिए खोले जाएंगे।
महाकुंभ में अब तक 37 करोड़ श्रद्धालुओं ने किया स्नान-
महाकुंभ 2025 के दौरान अब तक 37 करोड़ श्रद्धालु संगम में आस्था की डुबकी लगा चुके हैं। आज सुबह 10 बजे तक 42 लाख श्रद्धालु स्नान कर चुके थे। वहीं, वसंत पंचमी (4 फरवरी) के दिन रिकॉर्ड 2.33 करोड़ लोगों ने पवित्र स्नान किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दौरा 5 फरवरी को-
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 5 फरवरी को महाकुंभ में पहुंचेंगे। उनके आगमन को लेकर सीएम योगी ने हेलीपैड, अरैल घाट और संगम नोज तक की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। सुरक्षा और यातायात प्रबंधन को लेकर प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद है।
सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों पर कार्रवाई
महाकुंभ के दौरान 29 जनवरी को हुई भगदड़ की अफवाह फैलाने के आरोप में प्रयागराज पुलिस ने 8 लोगों पर केस दर्ज किया है। इन लोगों ने अपने X (ट्विटर) अकाउंट और इंस्टाग्राम आईडी से वीडियो और फोटो अपलोड कर भ्रम फैलाने की कोशिश की थी।
महाकुंभ 2025 में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है, और प्रशासन व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने के लिए लगातार काम कर रहा है।