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जहां पाकिस्तान केवल घोषणाएं करता है, भारत कर दिखाता है। नौसेना ने दिखाई आत्मनिर्भर भारत की ताकत

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जहां पाकिस्तान केवल घोषणाएं करता है, भारत कर दिखाता है। नौसेना ने दिखाई आत्मनिर्भर भारत की ताकत


INS सूरत से मिसाइल परीक्षण: भारतीय नौसेना ने अरब सागर में दिखाई ताकत, आत्मनिर्भर भारत को मिली नई उड़ान


22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद देश की सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह अलर्ट हैं। इस हमले में आतंकियों ने धर्म, नाम पूछकर कई निर्दोष पर्यटकों की जान ले ली, जिससे पूरे में आक्रोश है। हमले में मृतकों  के परिजनों ने आतंकवादियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की है । इस हमले के बाद ही भारत ने 48 घंटे के भीतर एक बड़ा संदेश दिया है। 


भारतीय नौसेना ने 24 अप्रैल को एक बड़ी सैन्य उपलब्धि अर्चित की है। नौसेना ने अरब सागर में स्वदेशी युद्धपोत INS सूरत से मध्यम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल MRSAM का सफल परीक्षण किया है। इस परीक्षण में मिसाइल ने समुद्र की सतह के पास उड़ रहे लक्ष्य को सटीकता से नष्ट कर दिखाया कि भारत अब किसी भी खतरे का जवाब देने में पूरी तरह सक्षम है।



मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार यह परीक्षण उस समय हुआ जब पाकिस्तान ने कराची के तट पर 24 या 25 अप्रैल को मिसाइल परीक्षण करने की घोषणा की थी। 


भारतीय नौसेना ने इस परीक्षण की जानकारी साझा करते हुए कहा, INS सूरत ने समुद्र की सतह के पास उड़ रहे लक्ष्य पर सटीक और सफल हमला किया है। यह आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक और मील का पत्थर है।"


ट्विटर स्क्रीन शोर्ट 


INS सूरत, भारतीय नौसेना का नवीनतम गाइडेड मिसाइल विध्वंसक युद्धपोत है, जिसे अत्याधुनिक तकनीक और हथियार प्रणालियों से लैस किया गया है। यह परीक्षण देश की समुद्री रक्षा क्षमताओं को और अधिक मजबूत बनाता है और आत्मनिर्भर रक्षा नीति की सफलता को दर्शाता है।


इससे पहले, 26 मार्च को ओडिशा के चांदीपुर स्थित परीक्षण रेंज से VL-SRSAM मिसाइल का सफल परीक्षण किया गया था। इस मिसाइल ने कम ऊंचाई पर उड़ रहे लक्ष्य को बेहद सटीकता से नष्ट किया था। इसके अलावा, 8 से 10 अप्रैल के बीच गौरव लॉन्ग-रेंज ग्लाइड बम का भी परीक्षण हुआ, जिसे सुखोई-30 एमकेआई से दागा गया था। 



इन सभी परीक्षणों से भारत की रक्षा तैयारियों, तकनीकी दक्षता और आत्मनिर्भरता का विश्व स्तर पर प्रदर्शन हुआ है। कहना गलत नहीं होगा भारत अब ईट का जवाब पत्थर से देना जानता है आज भारत न केवल अपनी सीमाओं की रक्षा करने में सक्षम है, बल्कि हर चुनौती का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए भी तैयार है। आत्मनिर्भर भारत की यही पहचान है स्वयं पर भरोसा, स्वदेशी ताकत और संकल्प शक्ति ।