- परमहंस आचार्य बोले भारत को वापस चाहिए जमीन, लोगों का मिला समर्थन
प्रयागराज। परमहंस आचार्य का हाल ही में दिया गया बयान विवादों में आ गया है, जिसमें उन्होंने पाकिस्तान और बांगलादेश से भारत के मुसलमानों की "हिस्से की जमीन" लेने की बात की। यह बयान वाराणसी में एक धार्मिक कार्यक्रम के दौरान दिया गया। आचार्य का कहना था कि भारत के मुसलमानों ने पाकिस्तान और बांगलादेश में बसे मुस्लिमों की ज़मीन पर कब्जा किया है और अब इसे भारत को वापस लेना चाहिए। इसके साथ ही, उन्होंने भारतीय मुसलमानों के खिलाफ बढ़ती जनसंख्या की चिंता भी जताई और इस मुद्दे को राजनीतिक दृष्टिकोण से हल करने की आवश्यकता पर जोर दिया।
इस बयान ने तीव्र विवाद उत्पन्न किया है, क्योंकि यह भारत-पाकिस्तान संबंधों के ऐतिहासिक तनाव और धार्मिक संवेदनाओं से जुड़ा हुआ है। विशेषकर, बांगलादेश और पाकिस्तान में स्थित हिंदू समुदाय की समस्याओं को लेकर भी आचार्य का यह बयान विचारणीय बन गया। हिंदू महासभा के नेताओं के साथ-साथ अन्य धर्मिक संगठनों ने इस बयान को राष्ट्रवाद और भारतीय संस्कृति की रक्षा के लिए ज़रूरी बताया है।