- अब किताबें भेजें सस्ते डाक से
- पोस्ट ऑफिस की नई पहल से छात्रों, पाठकों और प्रकाशकों को मिलेगा लाभ
गोपेश्वर : ज्ञान और पुस्तकें किसी भी समाज की रीढ़ होती हैं। आज के डिजिटल युग में भी छपी हुई किताबों का महत्व कम नहीं हुआ है, लेकिन इन्हें दूर-दराज क्षेत्रों में पहुंचाना कई बार महंगा और जटिल हो जाता है। इसी समस्या को ध्यान में रखते हुए डाक विभाग ने एक सराहनीय पहल की है 'ज्ञान पोस्ट योजना'। यह योजना न केवल पुस्तकों के आदान-प्रदान को सरल बनाएगी, बल्कि शिक्षा के प्रसार में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। डाक विभाग ने चमोली और रुद्रप्रयाग जिलों में "ज्ञान पोस्ट योजना" की शुरुआत की है, जिसके तहत शैक्षिक, सांस्कृतिक, सामाजिक व धार्मिक पुस्तकों को देशभर में बेहद किफायती दरों पर भेजा जा सकेगा।
सस्ती दर, ट्रैकिंग सुविधा भी उपलब्ध
इस योजना की शुरुआत गोपेश्वर प्रधान डाकघर में अधीक्षक डाकघर टिकंबर सिंह गुसाईं ने की। उन्होंने बताया कि इस योजना में सिर्फ कम कीमत ही नहीं, बल्कि "ट्रैक एंड ट्रेस" सुविधा भी दी जा रही है, जिससे हर पुस्तक की डिलीवरी पर नजर रखी जा सकेगी।
वजन के अनुसार निर्धारित दरें
ज्ञान पोस्ट योजना के अंतर्गत पुस्तकें निम्नलिखित दरों पर डाक से भेजी जा सकेंगी:
- 300 ग्राम तक – 20 रुपए
- 301 से 500 ग्राम तक – 25 रुपये
- 501 से 1000 ग्राम तक –35 रुपये
- 1001 से 2000 ग्राम तक – 50 रुपये
- 2001 से 3000 ग्राम तक – 65 रुपये
- 3001 से 4000 ग्राम तक – ₹80 रुपये
- 4001 से 5000 ग्राम तक – 100 रुपये
छात्रों, पुस्तक विक्रेताओं और संस्थाओं को मिलेगा बड़ा लाभ
यह योजना विशेष रूप से छात्रों, पुस्तक प्रकाशकों, पुस्तकालयों और शैक्षणिक संस्थाओं के लिए वरदान साबित हो सकती है। अब वे अपने अध्ययन सामग्री को देश के किसी भी कोने में सस्ते और सुरक्षित तरीके से भेज सकते हैं।
ज्ञान का प्रसार अब और भी आसान
डाक विभाग की यह पहल पढ़े भारत, बढ़े भारत जैसे अभियानों को भी मजबूती देगी। "ज्ञान पोस्ट योजना" से देश के कोने-कोने में शिक्षा और संस्कृति का प्रकाश आसानी से पहुंच सकेगा।