रुखसार ने मुस्लिम धर्म त्यागकर
हिंदू धर्म अपना लिया। इज्जतनगर के भीटा नाथ मंदिर में बहेड़ी निवासी कुमेंद्र के
साथ सात फेरे लिए और अपना नाम राधा रख लिया।रुखसार
ने बताया कि बचपन से ही उनकी आस्था भगवान राम में रही है।रुखसार ने इस शादी से खुद को बेहद खुश बताया। बकौल
रुखसार, उन्होंने
यह कदम बिना किसी जोर-जबरदस्ती के तमाम दबाव से मुक्त होकर उठाया है। इस शादी को
करवाने वाले दल में शामिल विहिप कार्यकर्ता हिमांशु पटेल ने ऑपइंडिया से बात की।
हिमांशु ने बताया कि 26 वर्षीय कुमरेन्द्र और रुखसार
मूल रूप से बरेली जिले के अलग-अलग थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं।
बता दें कि क्योलड़िया
के मेथी गांव निवासी रुखसार करीब तीन साल से देहरादून की एक सिलाई फैक्ट्री में
काम कर रही हैं। वहीं पर उनकी मुलाकात बहेड़ी के शकरस गांव निवासी कुमेंद्र के साथ
हुई। दोनों में बातचीत शुरू हुई। धीरे-धीरे दोनों एक-दूसरे को पसंद करने लगे।
रुखसार के पिता का पहले ही देहांत हो चुका है।