शिवा फेस्ट’ – 108 मिनट में 108 कलाकारों ने भगवान शिव के 108 रूपों का किया चित्रण
- शिवा फेस्ट केवल एक चित्रकला प्रतियोगिता नहीं थी, बल्कि यह आध्यात्मिकता, कला और संगीत का भव्य संगम था। कलाकार अपनी कूची से भगवान शिव के 108 रूपों को उकेर रहे थे
- दिव्य कला महोत्सव में 108 कलाकारों ने 108 मिनट में भगवान शिव के 108 रूपों को कैनवास पर चित्रित किया। आयोजन को इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज किया गया
प्रयागराज महाकुम्भ 2025 में अरैल सेक्टर 23 स्थित परमार्थ निकेतन के शिविर में महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर ‘शिवा फेस्ट’ का आयोजन हुआ। दिव्य कला महोत्सव में 108 कलाकारों ने 108 मिनट में भगवान शिव के 108 रूपों को कैनवास पर चित्रित किया। आयोजन को इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ स्वामी चिदानंद सरस्वती जी (परमार्थ निकेतन) और साध्वी भगवती सरस्वती जी के कर-कमलों से हुआ। जैसे ही उन्होंने काउंटडाउन शुरू किया, पूरे परिसर में शिव भक्ति और कला की लहर दौड़ गई।
शिवा फेस्ट केवल एक चित्रकला प्रतियोगिता नहीं थी, बल्कि यह आध्यात्मिकता, कला और संगीत का भव्य संगम था। कलाकार अपनी कूची से भगवान शिव के 108 रूपों को उकेर रहे थे, तो एक विशेष भजन संकीर्तन मंडली ने 108 मिनट तक लगातार शिव भजनों का गायन किया और पूरा वातावरण दिव्यता और भक्ति से भर गया।
आयोजन को भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय, ललित कला अकादमी और पतंजलि योगपीठ का सहयोग प्राप्त हुआ। ‘अग्रेशन शिवा’ पेंटिंग से पूरे देश में ख्याति प्राप्त करने वाले कला जगत के प्रसिद्ध चित्रकार करण आचार्य ने भी आयोजन में भाग लिया।
स्वामी चिदानंद सरस्वती जी ने कहा – कला और भक्ति जब एक साथ आती हैं, तो एक नया इतिहास बनता है। शिवा फेस्ट ने न केवल शिव तत्त्व का अद्भुत चित्रण किया, बल्कि कलाकारों को अपनी साधना और भक्ति से जोड़ने का एक दिव्य अवसर भी दिया।
साध्वी भगवती सरस्वती जी ने कहा – यह आयोजन महाकुम्भ की आत्मा को और गहराई से महसूस करने का एक माध्यम बना। यह कला और आध्यात्मिकता का दिव्य संगम था, जो सभी को शिव भक्ति के रंग में रंगने का अवसर देता है।
शिवा फेस्ट को इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज किया गया। रिकॉर्ड के तहत पहली बार 108 कलाकारों ने 108 मिनट में भगवान शिव के 108 रूपों को एक साथ चित्रित किया।