- मंदिर के पहले और दूसरे तल पर स्थित इस म्यूजियम में कुल 12 दीर्घाएं होंगी। इनमें से पांच दीर्घाएं 3D, 7D और एमरशिप तकनीक से लैस होंगी, जो आगंतुकों को एक अद्वितीय अनुभव प्रदान करेंगी।
- म्यूजियम की एक दीर्घा विशेष रूप से हनुमान जी को समर्पित होगी। इसे एमरशिप तकनीक से सुसज्जित किया जा रहा है, जिससे श्रद्धालु हनुमान जी की लीलाओं को अत्याधुनिक तरीके से देख सकेंगे।
अयोध्या। श्रीराम जन्मभूमि पर बन रहे भव्य राम मंदिर में श्रद्धालुओं के लिए एक अत्याधुनिक म्यूजियम तैयार किया जा रहा है। मंदिर के पहले और दूसरे तल पर स्थित इस म्यूजियम में कुल 12 दीर्घाएं होंगी। इनमें से पांच दीर्घाएं 3D, 7D और एमरशिप तकनीक से लैस होंगी, जो आगंतुकों को एक अद्वितीय अनुभव प्रदान करेंगी।
हनुमान जी की विशेष दीर्घा -
म्यूजियम की एक दीर्घा विशेष रूप से हनुमान जी को समर्पित होगी। इसे एमरशिप तकनीक से सुसज्जित किया जा रहा है, जिससे श्रद्धालु हनुमान जी की लीलाओं को अत्याधुनिक तरीके से देख सकेंगे। इस परियोजना के लिए केंद्र सरकार ने आईआईटी चेन्नई को जिम्मेदारी सौंपी है, और इसके लिए भुगतान भी कर दिया गया है।
राम मंदिर के संघर्ष का इतिहास भी होगा प्रदर्शित -
म्यूजियम में एक दीर्घा राम मंदिर के 500 वर्षों के संघर्ष और कानूनी लड़ाई को समर्पित होगी। इसमें कानूनी दस्तावेज, पुरातात्विक खोजों के प्रमाण, और खुदाई के दौरान प्राप्त ऐतिहासिक तथ्य प्रदर्शित किए जाएंगे। इसे "कानूनी दीर्घा" का नाम दिया गया है।
आंदोलन के नायकों को मिलेगा स्थान -
राम मंदिर आंदोलन में अपनी जान न्यौछावर करने वाले नायकों को समर्पित एक अलग दीर्घा भी बनाई जा रही है। इसमें उन महान विभूतियों की कहानियां और योगदान को याद किया जाएगा, जिन्होंने इस आंदोलन में अपना बलिदान दिया।
मूर्ति स्थापना और अन्य कार्यों की प्रगति -
राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने बताया कि मार्च तक राम मंदिर, सप्त मंदिर और परकोटा में सभी मूर्तियां स्थापित कर दी जाएंगी। इसके अलावा, यात्री सुविधा केंद्र में गोस्वामी तुलसीदास जी की प्रतिमा फरवरी के पहले या दूसरे सप्ताह में स्थापित कर दी जाएगी।
श्रद्धालुओं के लिए अनूठा अनुभव -
म्यूजियम का निर्माण कार्य नौ महीने में पूरा होने की उम्मीद है। यदि यह पूरी तरह से तैयार नहीं हुआ, तो इसे आंशिक रूप से खोल दिया जाएगा। दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालु म्यूजियम का अवलोकन कर सकेंगे, जो उन्हें भगवान राम के जीवन, मंदिर के संघर्ष और संस्कृति की अनमोल झलक दिखाएगा।
राम मंदिर का यह म्यूजियम न केवल श्रद्धालुओं के लिए भक्ति का केंद्र होगा, बल्कि इतिहास और अत्याधुनिक तकनीक का अद्भुत संगम भी प्रस्तुत करेगा।