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स्ट्रॉबेरी की खेती बदल रही है किसानों का जीवन

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मेरठ,यूपी

मेरठ के किसानों का रुझान मुनाफे वाली खेती की और लगाने को उद्यान विभाग लगातार प्रयास और प्रोत्साहित कर रही है। जानकारी के अनुसार उद्यान विभाग किसानों को 50 प्रतिशत सब्सिडी पर स्ट्राबेरी की पौध उपलब्ध करवा रहा है। 

आज के समय में किसान परंपरागत खेती के साथ-साथ ऐसी फसलों की ओर भी ध्यान दे रहे हैं, जिनकी मांग बाजार में निरंतर बढ़ रही है, चूंकी स्ट्रॉबेरी की खेती भी ऐसी ही एक फसल है जो कम समय में अधिक लाभ देती है। इसीलिए सरकार भी इसे प्रोत्साहन देने के लिए किसानों को सब्सिडी और सहायता योजनाएं दे रही है। इसी क्रम में मेरठ के किसानों का रुझान मुनाफे वाली खेती की और लगाने को उद्यान विभाग लगातार प्रयास और प्रोत्साहित कर रही है। जानकारी के अनुसार उद्यान विभाग किसानों को 50 प्रतिशत सब्सिडी पर स्ट्राबेरी की पौध उपलब्ध करवा रहा है। वही पिछले वर्ष की बात करे तो विभाग की ओर से स्ट्रॉबेरी की खेती के लिए 13 हेक्टेयर क्लस्टर का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। परंतु, इस वर्ष सरकार ने 15 हेक्टेयर क्लस्टर का लक्ष्य निर्धारित किया है। इस योजना के लिए विभाग ने किसानों का आवेदन लेना शुरू कर दिया है।

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इसके अलावा किसानों को विभाग की ओर से स्ट्राबेरी की पौभ दी जाएगी और बाजार मुहैया कराने का प्रयास भी किया जाएगा। जिससे किसान सक्षम हो सकें। अगर देखा जाए तो सरकार की योजनाओं का सही प्रयोग और सरकार का सहभागिता मिले, तो ग्रामीण क्षेत्र के किसान भी विकास की नई ऊँचाइयों को छू सकते हैं।