गाँव में साफ व स्वच्छ सड़कों का होना बहुत ही आवश्यक हो गया हैं। इसी विचार को ध्यान में रखकर लोगों के लिए एक प्रेरणादायी उदाहरण प्रस्तुत किया है देहरादून की ग्राम पंचायत घंघोड़ा में देखा गया है। जहाँ ग्राम प्रधान मीनू क्षेत्री ने जिस तरह अपने दायित्व का निर्वहन किया उसका परिणाम उन्हें लगातार तीन बार जीतकर मिला।
गाँव के गढ़ी कैंट क्षेत्र से जुड़े होने के कारण उन्हें निर्माण कार्य हेतु सेना की अनुमति लेनी होती थी। गाँव के लोगों को पक्की सड़क व घर-घर पानी की उम्मीद थी, मीनू ने अपने दम पर इसे पूरा कर दिखाया। गाँव की स्ट्रीट लाइट, स्वच्छता, महिला रोजगार आदि अनेक कार्य उनकी मुख्य उपलब्धियां है। उनकी लगन और गाँव के प्रति उनके समर्पण को देखते हुए उन्हें क्षेत्र के स्वतंत्रता दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया था।
650 की आबादी वाले पुरोहितवाला गाँव में 115 परिवार निवास करते है। मीनू क्षेत्री ने वर्ष 2008 में प्रधान का चुनाव जीता था। अपने पहले कार्यकाल में उन्होंने सड़क को प्राथमिकता दी थी। सैन्य अधिकारियों से बात करने के बाद 2013 में शहीद संजय साई मार्ग नाम से सड़क बनवाई। वर्ष 2009 में पानी हेतु गाँव वालों के सहयोग से श्रमदान कर सौंग नदी पर चैकडेम बनवाया। जल प्रबंधन के लिए 15 हजार लीटर के टैंक में जल एकत्र कर घर-घर पानी की लाइन लगाकर लोगों को जल उपलब्ध कराया। मीनू जैसी कर्मठ और योग्य ग्राम प्रधान अपने गाँवों को नई पहचान दे रहे हैं।
गाँवों में घर-घर पानी व साफ सडकों की सुविधाएं लोगों तक पहुंचाई जानी चाहिए. इसके लिए ग्राम पंचायत को विशेष कार्य करने चाहिए. इसके अतिरिक्त सफाई, महिला रोजगार, सोलर लाइट व स्ट्रीट लाइट की सुविधा का भी ध्यान रखना चाहिए।