- स्वामी विवेकानंद ने भारतीय संस्कृति को विदेशों तक पहुंचाने का कार्य किया, उनके द्वारा किए गए कार्यों को भुलाया नहीं जा सकता। उन्होंने कहा कि स्वामी जी ने अपने जीवन को राष्ट्र के लिए समर्पित कर दिया।
- प्राचार्य डॉ़. राजलक्ष्मी ने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने भारतीय संस्कृति का परचम विदेशों में फहराकर एक मिसाल कायम की थी। स्वामी के आदर्शों पर चलकर युवाओं में राष्ट्र प्रेम की भावना जागृत होती है।
बागपत। राष्ट्रीय युवा दिवस की पूर्व संध्या शहर के सम्राट पृथ्वीराज चौहान डिग्री कॉलेज में शनिवार को स्वामी विवेकानंद की जयंती की पूर्व संध्या पर उनके चित्र पर पुष्प अर्पित किए।
इस मौके पर लोगों ने स्वामी विवेकानंद के विचारों को यादकर करके अपने जीवन में उतारने का संकल्प लिया। वक्ताओं ने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने भारतीय संस्कृति को विदेशों तक पहुंचाने का कार्य किया, उनके द्वारा किए गए कार्यों को भुलाया नहीं जा सकता। उन्होंने कहा कि स्वामी जी ने अपने जीवन को राष्ट्र के लिए समर्पित कर दिया।
प्राचार्य डॉ़. राजलक्ष्मी ने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने भारतीय संस्कृति का परचम विदेशों में फहराकर एक मिसाल कायम की थी। स्वामी के आदर्शों पर चलकर युवाओं में राष्ट्र प्रेम की भावना जागृत होती है। उठो जागो और तब तक मत रुको, जब तक मंजिल प्राप्त न हो जाए कि सीख के साथ छात्र-छात्राओं को अपने लक्ष्य को प्राप्त करना चाहिए। इस दौरान प्रबंध समिति से कोषाध्यक्ष प्रहलाद चौहान, वरुण चौहान, डॉ़ प्रदीप ढाका, डॉ़ सुनील चौहान, डॉ़ बबली चौहान, डॉ़ उधम सिंह, डॉ़ अरविंद, डॉ़ उमलेश रानी मौजूद रहे।