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नेत्र कुम्भ में पहुंचीं इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स और एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स की टीमें

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महाकुम्भ नगर। 

- अब तक, नेत्र कुम्भ में लगभग 2 लाख नि:शुल्क नेत्र परीक्षण और लगभग 1.5 लाख चश्मों का वितरण किया जा चुका है। इस पहल का उद्देश्य नेत्र देखभाल सेवाओं को लोगों तक पहुंचाना है।

- इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स (IBR) और एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स (ABR) की मूल्यांकन टीम ने नेत्र कुम्भ का दौरा किया, जो विश्व का सबसे बड़ा पूर्णतः डिजिटल अत्याधुनिक नेत्र देखभाल शिविर है।

प्रयागराज महाकुम्भ 2025 के अंतर्गत आयोजित नेत्र कुम्भ ने एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स (IBR) और एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स (ABR) की मूल्यांकन टीम ने नेत्र कुम्भ का दौरा किया, जो विश्व का सबसे बड़ा पूर्णतः डिजिटल अत्याधुनिक नेत्र देखभाल शिविर है। शिविर का उद्देश्य अधिकतम संख्या में लोगों को नेत्र परीक्षण और चश्मों का वितरण करना है।

इस अवसर पर एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स के प्रतिनिधि डॉ. संजीव कुमार और डॉ. शोभित चंद्रदत्त उपस्थित रहे। उनके साथ नेत्र कुम्भ के अध्यक्ष कविंद्र प्रताप सिंह, सक्षम के राष्ट्रीय संगठन मंत्री चंद्रशेखर जी, नेत्र कुम्भ के मुख्य चिकित्सा अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल डॉ. प्रवीण कुमार रेड्डी, और मीडिया समन्वयक डॉ. कीर्तिका अग्रवाल भी उपस्थित रहे। सभी ने नेत्र कुम्भ 2025 की उपलब्धि पर अपनी प्रसन्नता व्यक्त की।

अब तक, नेत्र कुम्भ में लगभग 2 लाख नि:शुल्क नेत्र परीक्षण और लगभग 1.5 लाख चश्मों का वितरण किया जा चुका है। इस पहल का उद्देश्य नेत्र देखभाल सेवाओं को लोगों तक पहुंचाना है, जिन्हें इसकी सबसे अधिक आवश्यकता है, और यह उपलब्धि प्रतिबद्धता को दर्शाती है।

नेत्र कुम्भ 2025 का यह प्रयास न केवल एक रिकॉर्ड स्थापित करने की दिशा में है, बल्कि समाज के सभी वर्गों को उच्च गुणवत्ता वाली नेत्र देखभाल सेवाएं प्रदान करने की प्रतिबद्धता का प्रतीक है।