-केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत करेंगे सम्मानित
19 फरवरी 2025। अखिल भारतीय संस्था संस्कार भारती ने वर्ष 2024 के लिए कला साधकों को मंचीय कला एवं साहित्य (भारतीय भाषाएं) में भरतमुनि सम्मान 2024 देने की घोषणा की। मंचीय कला में लखनऊ की कत्थक नृत्यांगना डॉ. कुमकुम धर एवं साहित्य में संस्कृत साहित्यकर डॉ. हरेकृष्ण मेहेर को उनकी कला साधना और अपने कार्यक्षेत्र में विशिष्ट योगदान के लिए संस्कार भारती द्वारा सम्मानित किया जाएगा।
दोनों नामों की घोषणा करते हुए संस्कार भारती के अखिल भारतीय महामंत्री अश्विन दलवी ने कहा कि “संस्कार भारती द्वारा दिया जाने वाला ‘भरतमुनि सम्मान’ भारत में पंचम वेद के नाम से विख्यात नाट्य शास्त्र के रचयिता महर्षि भरतमुनि को समर्पित है और ऐसे विशिष्ट कलाकारों को सम्मानित करते हुए गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय कार्यकारिणी के सदस्य सुरेश सोनी, संस्कार भारती के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. मैसूर मंजुनाथ, केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के करकमलों से 22 फरवरी, 2025 को नई दिल्ली नगर पालिका कन्वेन्शन सेंटर, दिल्ली में आयोज्य ‘भरत मुनि सम्मान 2024’ कार्यक्रम में सम्मान दिया जाएगा। सम्मान के रूप में एक स्मृति चिह्न, सम्मान पत्र एवं रुपये 1,51,000 की राशि भेंट की जाएगी। कलाकारों के जीवन और उनके कार्यों पर आधारित लघु फिल्म भी दिखाई जाएगी।”
कला जगत के प्रतिष्ठित सम्मान का शुभारंभ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत जी ने विगत वर्ष बंगलौर में कला साधक संगम में किया था। ‘प्रथम सम्मान’ दृश्यकला में मुंबई के चित्रकार विजय दशरथ आचरेकर एवं लोककला में सिंधुदुर्ग के गणपत सखाराम मसगे को उनकी कला साधना और विशिष्ट योगदान के लिए प्रदान किया गया था। प्रतिवर्ष दो विधाओं में दिए जाने वाले इस सम्मान का संस्थागत, कला विश्वविद्यालयों से आवेदन के माध्यम से कला साधकों का निर्णायक मंडल द्वारा चयन किया जाता है।