- 2025 के अंत तक मंदिर निर्माण पूरा करने का लक्ष्य
- निर्माण कार्य वैदिक परंपराओं और प्राचीन भारतीय स्थापत्य शैली
अयोध्या। अयोध्या में भव्य राम मंदिर के गर्भगृह में भगवान रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा मकर संक्रांति 2024 के शुभ अवसर पर हो चुकी है। अब मंदिर निर्माण के अगले चरण में परिसर के दूसरे तल पर नए मंदिर बनाए जाने की योजना पर काम शुरू हो गया है।
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने बताया कि पूरे परिसर में कुल 19 मंदिर बनाए जाएंगे, जिनमें विभिन्न देवी-देवताओं की प्रतिमाएं स्थापित की जाएंगी। यह योजना मंदिर को एक भव्य धार्मिक और सांस्कृतिक केंद्र के रूप में विकसित करने के उद्देश्य से बनाई गई है।
निर्माण की प्रमुख बातें -
1. दूसरे तल पर नए मंदिर: राम मंदिर के गर्भगृह के ऊपर स्थित दूसरे तल पर चार नए मंदिर बनाए जाएंगे, जो भक्तों के लिए अलग-अलग देवी-देवताओं के दर्शन का अवसर प्रदान करेंगे।
2. वैदिक और वास्तुशास्त्र पर आधारित डिजाइन: निर्माण कार्य वैदिक परंपराओं और प्राचीन भारतीय स्थापत्य शैली का अनुसरण करते हुए किया जा रहा है।
3. समाप्ति का लक्ष्य: दूसरे और तीसरे चरण का निर्माण कार्य 2025 के अंत तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
धार्मिक और पर्यटन के लिए प्रभाव -
19 मंदिरों के निर्माण के बाद अयोध्या न केवल एक महत्वपूर्ण तीर्थस्थल बनेगी, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन केंद्र के रूप में उभरेगी। ट्रस्ट का कहना है कि मंदिर परिसर में भक्तों की संख्या बढ़ने के साथ-साथ अयोध्या के विकास को भी नई गति मिलेगी।