- अयोध्या के श्रीराम मंदिर से प्राप्त पवित्र प्रसाद का वितरण, जिससे हर भक्त अपने साथ प्रभु के आशीर्वाद का अंश लेकर गया।
बहरीन शुक्रवार, 18 अप्रैल 2025 को भव्य आध्यात्मिक उत्सव का साक्षी बना। 3,000 से अधिक भक्तों ने दुर्गा माता मंदिर, ब्रम्को परिसर में एकत्र होकर श्री हनुमान जन्मोत्सव मनाया। कार्यक्रम दोपहर 3:45 बजे आरंभ हुआ और संध्या तक भक्ति, संस्कृति और सामूहिक प्रार्थना के वातावरण में परिणत हो गया।
उत्सव की शुरुआत पारंपरिक पूजन और हवन से हुई, कार्यक्रम का प्रारंभ आध्यात्मिक रूप में हुआ। इसके पश्चात, रामायण से प्रेरित एक सांस्कृतिक प्रस्तुति हुई, जिसमें भगवान हनुमान जी के दिव्य पराक्रमों का सजीव चित्रण किया गया, यह श्रद्धालुओं के लिए चिंतन और प्रेरणा का स्रोत बना।
कार्यक्रम की प्रमुख झलकियां…
– प्रभु श्री राम जी के दूसरे वस्त्र का सम्मान, जो अयोध्या से प्राप्त हुआ और अपार श्रद्धा के साथ बहरीन लाया गया।
– एक दिव्य श्री रामलला शोभायात्रा, जिसमें बालक भगवान राम के स्वरूप में सजकर उपस्थित भक्तों को आशीर्वाद प्रदान करता हुआ, आगे बढ़ा।
– हनुमान जी की पालकी में भव्य प्रस्तुति, जिसमें उनकी शक्तिशाली वानर सेना भी शामिल थी – यह दृश्य “जय बजरंगबली” के जयघोष के साथ रामायण की जीवंत अनुभूति कराता रहा।
– अयोध्या के श्रीराम मंदिर से प्राप्त पवित्र प्रसाद का वितरण, जिससे हर भक्त अपने साथ प्रभु के आशीर्वाद का अंश लेकर गया।
– हनुमान चालीसा का 108 बार सामूहिक पाठ, जिसके उपरांत एक विशेष हवन वीर आत्माओं के लिए किया गया, जो गंभीर स्वास्थ्य चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। यह अनुष्ठान “We Fight Together” अभियान के अंतर्गत हुआ, जिसमें सभी राष्ट्रीयताओं के श्रद्धालुओं को दिव्य कृपा हेतु आमंत्रित किया गया था।
संध्या के समय महाआरती के साथ आयोजन अपने चरम पर पहुंचा। तत्पश्चात भक्तों को भंडारे का प्रसाद वितरित किया गया, जिसमें हनुमान जी का प्रिय लड्डू प्रसादी और अयोध्या से प्राप्त दिव्य प्रसाद सम्मिलित था।
यह आयोजन न केवल हनुमान जी के जन्मोत्सव का उत्सव था, अपितु यह एकता, सेवा और हमारी सांझी सांस्कृतिक विरासत की दिव्य अभिव्यक्ति भी बना।