होन्गासान्द्रा वेण्कटरमइया शेषाद्री जी संघ प्रचारक, लेखक और सामाजिक कार्यकर्ता जयन्ती पर कोटि-कोटि नमन
26 मई 1926 – 14 अगस्त 2005
होन्गासान्द्रा वेण्कटरमइया शेषाद्री जी का जन्म बेंगलुरु में हुआ था। बैंगलोर विश्वविद्यालय से उन्होंने रसायन विज्ञान में परास्नातक किया। वर्ष 1943 में वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े और पूरा जीवन राष्ट्रवादी विचार जन-जन तक पहुंचाने हेतु समर्पित कर दिया।
1987 से 2000 तक सरकार्यवाह रहे। हिंदू आस्था का केंद्र राम जन्मभूमि आंदोलन में भी उनकी महती भूमिका रही। अद्भुत भाषणों के साथ-साथ वे प्रभावशाली लेख लिखते।
संघ को समझने के लिए उनकी लिखी पुस्तक ‘कृतिरूप संघ दर्शन’ अत्यंत प्रासंगिक है। इसके अतिरिक्त युगावतार, और देश बँट गया, नान्य: पन्था, मूल्यांकन, द वे, हिंदूज अब्रोड डाइलेमा...उनकी महत्वपूर्ण कृतियां हैं।