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विदुर कैफे खोलकर लखपति दीदी बनीं ऋतु और सुमन

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जल्द ही पीएम मोदी से मिलेंगी बिजनौर की ये दो बेटियां... ऋतु हल्दर और सुमन देवी।

क्योंकि इन बेटियों ने मेहनत और हुनर के दम पर आत्मनिर्भरता की ऐसी कहानी लिखी है... जिससे आज वे कई दूसरी महिलाओं के लिए प्रेरणा बन गई हैं...

अब्दुल्लापुर उर्फ हादरपुर की सुमन देवी और रितु, आज जिले की लखपति दीदी बन चुकी हैं।

प्रशासन के सहयोग से सुमन देवी ने विवेक विश्वविद्यालय में विदुर कैफे की शुरुआत की… और देखते ही देखते ये कैफे आत्मनिर्भरता का नया केंद्र बन गया।

विदुर कैफे खोलकर लखपति दीदी बनीं ऋतु और सुमन

सुमन के साथ रेणु शर्मा, सूरजमुखी और विनीत भी जुड़ीं। चारों ने मिलकर कैफे को इस तरह संभाला, कि आज इसकी दैनिक कमाई सात से आठ हजार रुपये तक पहुंच गई है!

वहीं घासीवाला गाँव की ऋतु हल्दर ने भी प्रशासनिक सहयोग से नजीबाबाद रोड पर वर्धमान कॉलेज के सामने विदुर कैफे खोला। उनका साथ दिया माया चक्रवर्ती ने। दोस्त के साथ ऋतु रोज 10-13 किमी का सफर तय कर शहर में कैफे संचालित करती हैं। उनकी प्रतिदिन की आमदनी भी लगभग 4-5 हजार रुपये है।

विदुर कैफे सिर्फ खाना नहीं परोस रहा… ये महिलाओं के सपनों को परोस रहा है। गांव की ये महिलाएं आज आर्थिक रूप से मजबूत हैं और अपने परिवार का सहारा बन चुकी हैं।

और सबसे बड़ी बात—इन चारों का नाम अब जुड़ गया है लखपति दीदी क्लब से। यानी लाखों रुपये की वार्षिक आमदनी… और आत्मनिर्भरता का गर्व।

यही कारण है कि दोनों बेटियों से खुद प्रधानमंत्री मुलाकात करेंगे.. स्थानीय प्रशासन ने इसके लिए चयन प्रक्रिया पूरी कर ली है।

बिजनौर की ये कहानी बताती है… कि अगर हौसला हो, कदम बढ़ाने की हिम्मत हो, तो गांव की महिलाएं भी सफलता की नई तस्वीर लिख सकती हैं।