अमेठी में महिलाओं के एक समूह ने राष्ट्रीय अजीविका मिशन के तहत दोना पत्तल बनाने का काम शुरू किया है. इस काम से महिलाओं को फायदा हो रहा है और उनकी जीविका बेहतर तरीके से चल रही है.
मुसाफिरखाना लखनऊ हाईवे पर महिलाओं का समूह गुन्नौर गांव के पास यह दोना पत्तल बनाने का काम करता है. इसके लिए समूह के तहत महिलाओं को दोना पत्तल मेकिंग मशीन दी गई है, जिसमें महिलाएं एक दिन में 4 से 5 हजार दोना पत्तल तैयार कर उसकी ब्रिकी करती है. खास बात यह है की यह दोना पत्तल प्लास्टिक के नहीं बल्कि कागज के तैयार होते हैं.पहले महिलाओं को काफी समस्याएं थी लेकिन समूह में जुड़ने के बाद महिलाओं की किस्मत बदल गई और उन्हें लाभ हो रहा है.