उत्तर प्रदेश सरकार ने गायों की देखभाल और गौशालाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए एक नई पहल आरंभ की है। बताते चलें कि सरकार ने यह निर्णय लिया है कि हर जिले में एक आदर्श गौशाला बनाई जाएगी, जिसे पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा। जिससे गौशालाओं की आमदनी बढ़ेगी और लोगों को रोजगार भी प्राप्त होगा। इन गौशालाओं में गाय से मिलने वाले उत्पादों जैसे गोबर, गोमूत्र, दूध, घी और उनसे बने सामान का व्यावसायिक उपयोग बढ़ाया जाएगा।
साथ ही साथ इन उत्पादों के निर्माण और बिक्री में महिला स्वयं सहायता समूहों की भागीदारी भी रहेगी, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में स्वरोजगार को बढ़ावा मिलेगा। वही दीपावली के अवसर पर सरकार ने गोबर से बने दीपक, मूर्तियां और सजावटी वस्तुओं के उपयोग को बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। इसके लिए जागरूकता अभियान चलाया जाएगा और बाजारों में इन वस्तुओं की उपलब्धता भी सुनिश्चित की जाएगी। इस कदम से सड़कों पर घूमने वाली गायों की संख्या घटेगी और उनके रहने - चारे की व्यवस्था होगी, जिससे इंसानों और गायों दोनों को लाभ मिलेगा।