बागपत, उत्तर प्रदेश
उत्तर प्रदेश के बागपत में एक बार फिर 5 हजार वर्ष पुराने अवशेष मिलने का दावा किया जा रहा है। यमुना नदी के किनारे प्राचीन टीले की खुदाई में कुछ दुर्लभ आकृतियां मिली हैं। जैसें- ईंटों से बने ढांचे, बर्तन और चूल्हे। ग्रामीण खुदाई में चांदी के सिक्के मिलने का भी दावा कर रहे हैं। इतिहासकार डॉ. अमित राय जैन का कहना है कि ये अवशेष दुर्लभ मृदभांड संस्कृति के हैं, जो महाभारतकालीन संस्कृति के रूप में जानी जाती है।
सिसाना गांव के पास नदी किनारे खंडवारी वन क्षेत्र में खुदाई के दौरान ये अवशेष मिले हैं। इस वन क्षेत्र को महाभारतकालीन मानव बस्ती का हिस्सा बताया जाता है। खुदाई में मिले शंकु आकार की ईंटों से बनी आकृति को स्थानीय लोग प्राचीन मंदिर बता रहे हैं। वहीं इतिहासकार का दावा है- ईंटों की ये आकृति कोई मंदिर नहीं, बल्कि मानव बस्ती के शिखर जैसी मालूम होती है। फिलहाल ASI की टीम खुदाई में मिलीं इन आकृतियों की जाँच में जुट गई है।
 
                                
                                
                                
                             
                             
                             
                             
                                


