रुद्रप्रयाग, उत्तराखण्ड
नदियों की पवित्रता और स्वच्छता बनाए रखना यह हम सबका कर्तव्य है, क्योंकि गंगा और उसकी सहायक नदियों का संरक्षण देशभर में करोड़ों लोगों की आस्था से जुड़ा है। इन्हें प्रदूषण मुक्त रखना इस समय की सबसे बड़ी आवश्यकता है। इसी उद्देश्य से रुद्रप्रयाग जिला प्रशासन नदियों की सफाई और संरक्षण को लेकर गंभीर कदम उठा रहा है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार रुद्रप्रयाग में जिलाधिकारी प्रतीक जैन की अध्यक्षता में जिला गंगा संरक्षण समिति की बैठक जिला कार्यालय सभागार में आयोजित की गई। बैठक में नदियों के संरक्षण, सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट्स की स्थिति, वेस्ट डिस्पोजल मैनेजमेंट और प्रतिबंधित सिंगल यूज प्लास्टिक पर नियंत्रण जैसे अहम मुद्दों पर चर्चा की गई। इसके साथ ही जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि नदियों में प्रदूषण फैलाने वाले सभी कारकों पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाई जाए। यदि किसी भी स्थान पर दूषित जल, औद्योगिक या घरेलू अपशिष्ट या अन्य गंदगी नदियों में प्रवाहित की जाती है, तो संबंधित विभाग तुरंत संज्ञान लें, नोटिस जारी करें और दोषियों पर सख्त कार्रवाई करें। वही बैठक में जिलाधिकारी ने नगर निकायों को सिंगल यूज प्लास्टिक पर पूर्ण प्रतिबंध लागू करने और इसके उल्लंघन पर चालान की कार्रवाई करने के स्पष्ट निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्लास्टिक का प्रयोग रोकने के लिए जनजागरूकता अभियान भी चलाया जाए ताकि लोग स्वयं स्वेच्छा से इसका उपयोग बंद करें। जिलाधिकारी के इन निर्देशो से साफ पता चल रहा है कि सरकार अब नदियों के संरक्षण को लेकर काफी सख्त हो चुकी है । नदियों की स्वच्छता हम सबकी जिम्मेदारी है। गंगा और बाकी नदियों को प्रदूषणमुक्त रखना केवल सरकार का नहीं, बल्कि हर नागरिक का कर्तव्य है।