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मेनन जी के लिए संघ केवल एक संगठन नहीं, बल्कि एक साधना थी-डॉ. मोहन भागवत जी

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कोच्चि, केरल

अलुवा, कोच्चि में पी.ई.बी. मेनन स्मृति सम्मेलन में स्मृति व्याख्यान  देते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत जी ने कहा कि मेनन जी के लिए संघ केवल एक संगठन नहीं, बल्कि एक साधना थी। चूँकि वे स्वयं एक तपस्वी थे, इसलिए उन्हें संघ को उस दृष्टि से देखने में कोई कठिनाई नहीं हुई। उन्होंने कहा कि, चूँकि साधना का आधार भक्ति है, मेनन जी ने संघ गतिविधियों में भी अनुकरणीय निष्ठा का परिचय दिया। वे संघ के आदर्शों के साकार रूप थे। स्वयंसेवक, संघचालक, गृहस्थ, समाजसेवी और चार्टर्ड अकाउंटेंट से लेकर जीवन के हर क्षेत्र में वे सफल रहे। वास्तव में, उनका कार्य ऐसा था कि ऐसा लगता था मानो वे संघ के लिए ही बने हों।

भागवत जी ने मेनन जी के व्यक्तित्व का उल्लेख करते हुए कहा कि, संघ कार्यकर्ता उनसे कभी भी मिल सकते थे। एक व्यस्त चार्टर्ड अकाउंटेंट होने के बावजूद, वे कार्यकर्ताओं की ज़रूरतों को पूरा करने के लिए हमेशा उपलब्ध रहते थे। सरसंघचालक ने यह भी बताया कि उद्योगपति जानते थे कि उनके संगठन से प्रमाण पत्र पाने के लिए उन्हें कितनी ईमानदारी दिखानी होगी।

उनका कार्य केवल उद्योग में ही नहीं, बल्कि उनके हृदय में भी था। उन्होंने सभी को मार्गदर्शन दिया। संघ के कार्यक्रमों में उन्हें अक्सर कार्यकर्ताओं से संवाद करते देखा जाता है। इस प्रकार, वे कार्यकर्ताओं के निकट थे। उन्होंने एक अभिभावक की तरह कार्यकर्ताओं को मार्गदर्शन दिया। इस प्रकार, एक व्यक्ति और एक गृहस्थ के रूप में कार्य क्षेत्र में सफलतापूर्वक कार्य करते हुए, वे एक कार्यकर्ता और संघचालक के रूप में हमारे लिए मार्गदर्शक हैं। उनकी स्मृतियाँ सदैव हमारे साथ रहेंगी। उन्होंने अनेक लोगों को संघ के निकट लाया। महान व्यक्ति धर्म की रक्षा के लिए एक संरचना के रूप में जन्म लेते हैं। ऐसे व्यक्ति निष्कलंक चंद्रमा के समान होते हैं, तीव्र ताप के बिना सूर्य के समान होते हैं। मेनन सर एक आदर्श व्यक्तित्व थे। उनमें बिना किसी भेदभाव के सभी के साथ समान रूप से व्यवहार करने की क्षमता थी। उस जीवन का अनुसरण करना हम सभी का कर्तव्य है। वे केवल एक प्रचारक नहीं थे, बल्कि वे सभी प्रचारकों के लिए एक आदर्श थे।

समारोह की शुरुआत पी.ई.बी. मेनन के चित्र पर पुष्पांजलि के साथ हुई। समारोह की अध्यक्षता उच्च न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति एन. नागरेश ने की। वरिष्ठ संघ प्रचारक एस. सेतुमाधवन, भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारी समिति के सदस्य कुम्मनम राजशेखरन, बी.एम.एस. अखिल भारतीय कार्यकारी सदस्य एडवोकेट साजी नारायणन, मुवत्तुपुझा श्री रामकृष्ण आश्रम के अध्यक्ष स्वामी अक्षयात्मानंद, डॉ. जगदंबिका और दक्षिण केरल ग्राम विकास के सह-संयोजक सीजी कमलाकांतन भी इस अवसर पर उपस्थित थे।

पी.ई.बी. मेनन के परिवार के सदस्य, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष राजीव चंद्रशेखर, संघ और विविधक्षेत्रों के वरिष्ठ पदाधिकारी सहित विभिन्न क्षेत्रों की प्रमुख हस्तियां मेनन जी को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए आई थीं।

डॉ. मोहन भागवत जी  ने अलुवा में पीईबी मेनन के घर जाकर उनके परिवार के सदस्यों से मुलाकात भी की।