लखनऊ
कार्तिक पूर्णिमा एवं प्रकाश पर्व के अवसर पर बुधवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ लखनऊ विभाग की ओर से राजधानी लखनऊ में बुधवार रात्रि को कौमुदी घोष संचलन निकाला गया।

संघ के पूर्ण गणवेशधारी स्वयंसेवकों ने लालबाग स्थित नगर निगम पार्क से कौमुदी संचलन घोष वादन के साथ प्रारम्भ किया। वाद्य यंत्र बजाते हुए संचलन नगर निगम कार्यालय के सामने भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश कार्यालय होते हुए अटल चौहारा (हजरतगंज) पहुँचा। यहां से मेफियर चौराहा होते हुए संचलन गुरूद्वारा श्री गुरू सिंह सभा पहुँचा। गुरूद्वारा के सामने स्वयंसेवकों ने शिवरंजनी व जन्मभूमि का वादन किया। इसके बाद शर्मा टी स्टाल होते हुए नगर निगम पार्क वापस पहुंचकर संचलन पूर्ण हुआ। इस संचलन में शामिल सभी स्वयंसेवक कोई न कोई वाद्य यंत्र बजाते हुए संचलन किया।

संचलन में सबसे आगे घोष दण्ड,उसके बाद आनक दल,फिर प्रणव का दल और उसके पीछे बिगुल,झल्लरी,वंशी और अंत में वेणु का दल संचलन करते हुए वाद्य यंत्र बजा रहा था। संचलन में शामिल स्वयंसेवकों ने भूप, मीरा, तिलंग, शिवरंजनी, जन्मभूमि व ध्वजारोपणम की रचना बजाई। इसी प्रकार शंख में किरण, उदय, श्रीराम, गायत्री व ध्वजावतरणम बजाया गया।

लखनऊ विभाग के विभाग कार्यवाह अमितेश जी ने बताया कि कौमुदी संचलन की विशेषता है कि यह हमेशा रात्रि में होता है। शताब्दी वर्ष में विजयादशमी के अवसर पर लखनऊ में 400 से अधिक स्थानों पर पथ संचलन निकाला गया।




