अंडमान एवं निकोबार
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में अंडमान एवं निकोबार विभाग द्वारा डी.बी.आर.ए.आई.टी. ऑडिटोरियम में “प्रबुद्ध नागरिक सम्मेलन” का आयोजन किया गया। इस अवसर पर सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत जी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
सम्मेलन में जनप्रतिनिधि, नगर परिषदों के निर्वाचित सदस्य, ज़िला परिषद व पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधि, वरिष्ठ नागरिक, सेवानिवृत्त अधिकारी, शिक्षाविद्, चिकित्सक, अधिवक्ता, प्रतिष्ठित व्यापारी, कलाकार, विभिन्न सामाजिक एवं धार्मिक गैर-सरकारी संगठनों के सदस्य, मीडिया प्रतिनिधि और श्री विजयपुरम् के अनेक सामाजिक रूप से प्रतिष्ठित नागरिक उपस्थित रहे।
प्रबुद्ध नागरिक सम्मेलन में मोहन भागवत जी ने संघ की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि और उसके विकास की चर्चा करते हुए बताया कि संघ किस प्रकार गुणवान स्वयंसेवकों के निर्माण के माध्यम से स्वस्थ समाज और सशक्त राष्ट्र के निर्माण हेतु कार्य करता है। उन्होंने संघ से जुड़ी विभिन्न भ्रांतियों का भी निराकरण करते हुए कहा कि आरएसएस का उद्देश्य केवल “सज्जनों” अर्थात् गुणवान मनुष्यों का निर्माण करना है, जो निःस्वार्थ भाव से समाज में मूल्य आधारित जीवन का प्रसार कर राष्ट्र गौरव और विकास को सुदृढ़ करें।
कार्यक्रम के अंतर्गत प्रश्नोत्तर सत्र भी आयोजित किया गया, जिसमें श्री विजयपुरम् के नागरिकों ने राष्ट्रीय सुरक्षा, शिक्षा, और राष्ट्रीय दृष्टिकोण से जुड़े प्रश्न प्रस्तुत किए। सरसंघचालक जी ने कहा कि प्रत्येक नागरिक अपनी प्राचीन भारतीय सनातन संस्कृति को अपनाकर, आत्मनिर्भरता (स्वदेशी आत्मनिर्भरता) को प्रोत्साहित करते हुए, राष्ट्रीय सुरक्षा और राष्ट्र निर्माण में अपनी भूमिका निभा सकता है। कार्यक्रम का समापन राष्ट्र गीत “वंदे मातरम्” के साथ हुआ।



