उत्तराखंड में चारधाम यात्रा 22 अप्रैल से शुरू हो रही है. पिछले साल यात्रा सीजन में पुराने सभी रिकॉर्ड टूटे थे। लगभग 50 लाख यात्री चारधाम यात्रा के लिए उत्तराखंड पहुंचे. इस बार भी यात्रा रूट पर पड़ने वाले शहरों में और अधिक लोगों के आने की आशंका जताई जा रही है. ऐसे में अभी से ही सभी तैयारियां पूरी की जा रहीं है। जिससे यात्रा सीजन में अव्यवस्थाओं का सामना न करना पड़े. इन शहरों और धामों में कूड़ा न फैले इसके लिए भी प्रशासन सख्त है। स्वच्छता और पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए यात्रा में पड़ने वाले स्थानों पर प्लास्टिक प्रतिबंध रहेगी। शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल का कहना है कि शहरी विकास विभाग जल्द ही अपनी नई रणनीति पर काम करेगा. यात्रा रूट पर पड़ने वाले इन शहरों में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट को लेकर व्यापक प्लान तैयार करेगा।
साल 2022 के चारधाम यात्रा में यात्रियों की संख्या ने सारे रिकॉर्ड तोड़े दिए थे. इसके साथ ही चारधाम यात्रा में अव्यवस्थाएं भी देखने को मिली थी। जिसमें कूड़ा निस्तारण की समस्या भी अहम था। विशेषकर हिमालय में बसे केदारनाथ के बुग्याल में फैला कूड़ा.इसे ध्यान में रखते हुए इस बार प्लास्टिक पर बैन लगाने जा रही है. इस बार यात्रा रूट पर पड़ने वाले 27 नगरों और शहरों में प्लास्टिक पूरी से प्रतिबंधित रहेगा।