उत्तराखंड के बदरीनाथ धाम में अलकनंदा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। यात्रियों व स्थानीय लोगों की सुरक्षा को देखते हुए प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वो नदी किनारे न जाएं। साथ ही तप्तकुंड को भी खाली करा दिया गया है। नदी का जलस्तर बढ़ने से बद्रीनाथ धाम में मास्टर प्लान के कार्यों के लिए बनाया गया वैकल्पिक मार्ग बह गया है। इससे इस क्षेत्र में रिवर फ्रंट का काम बंद हो गया है। यहां पर कंपनी की कुछ मशीनें भी फंसी होने की भी खबर हैं। डंपर, जेसीबी मशीन और मजदूरों को कार्यस्थल तक पहुंचाने के लिए यह मार्ग बनाया गया था। ऐसे में दूसरी जगह से वैकल्पिक मार्ग तैयार करने की कोशिश की जा रही है, जिससे रिवर फ्रंट का काम फिर से शुरू किया जा सके। उत्तराखंड में मानसूनी बारिश जारी है। मौसम विभाग ने उत्तराखंड के कई जिलों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। उधर चीफ सेक्ट्री राधा रतूड़ी ने एनडीआरएफ और जिला प्रशासन को भारी बारिश की वजह से होने वाले भूस्खलन और अन्य आपदाओं के लिए तैयार रहने को कहा है। एसडीआरएफ के प्रमुख डा रंजीत सिन्हा ने बताया है कि जिला और राज्य स्तर पर आपदा कंट्रोल रूम चौबीस घंटे काम कर रहे हैं और मौसम के साथ साथ उससे होने वाले नुकसान पर भी नजर रखी जा रही है।देहरादून, पौड़ी, पिथौरागढ़, नैनीताल और बागेश्वर में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। ऑरेंज अलर्ट को देखते हुए कई क्षेत्रों में सभी निजी और सरकारी स्कूलों की छुट्टी के आदेश दिए गए हैं। मौसम विभाग ने लोगों से बहुत जरूरी होने पर ही पहाड़ी मार्गों पर सफर करने की अपील की है।
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उत्तराखण्ड: बद्रीनाथ में खतरे के निशान से ऊपर अलकनंदा,चार जिलों में ऑरेंज अलर्ट,स्कूलों में छुट्टी के आदेश जारी
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