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रियासी आतंकी हमला – आतंकवादियों को आश्रय, भोजन प्रदान करने वाला सहयोगी गिरफ्तार

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जम्मू. रियासी जिला में श्रद्धालुओं की बस पर आतंकी हमले के मामले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. जम्मू कश्मीर पुलिस ने दहशतगर्दों को शरण देने वाले एक आतंकी मददगार को गिरफ्तार किया है. बुधवार को रियासी जिला एसएसपी मोहिता शर्मा ने प्रेसवार्ता में हाकम की गिरफ्तारी की जानकारी दी.

एससीपी रियासी मोहिता शर्मा ने कहा – ‘तीर्थयात्रियों की बस पर हुए आतंकी हमले के मामले में एक बड़ी सफलता मिली है. इस मामले में एक आतंकी सहयोगी हाकम (उम्र 45 वर्ष) को पुलिस ने रियासी से गिरफ्तार किया है. यह व्यक्ति कई बार आतंकियों को शरण देने में शामिल रहा है’.

आतंकियों को खाना और रहने की जगह उपलब्ध कराने के साथ-साथ आतंकी मददगार हाकम ने गाइड का काम भी किया और घटना स्थल तक पहुंचने में आतंकियों की मदद की. गिरफ्तार व्यक्ति एक प्रमुख आतंकी मददगार है, जिसने हमले को अंजाम देने में आतंकियों की सहायता की थी. मामले में आगे की पूछताछ और जांच जारी है.

रियासी में नौ जून को शिवखोड़ी से कटड़ा जा रही श्रद्धालुओं की बस पर आतंकियों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दी थीं. इसके बाद बस अनियंत्रित होकर गहरी खाई में जा गिरी. आतंकी हमले में नौ लोगों की मौत हो गई और 50 से अधिक लोग घायल हुए थे. बस में सवार तीर्थयात्री उत्तर प्रदेश, राजस्थान और दिल्ली के रहने वाले थे.

डोडा में पूछताछ के लिए तीन को उठाया

पिछले सप्ताह डोडा जिले में हुए दो आतंकी हमलों में पुलिस ने पूछताछ के लिए एक दंपती सहित तीन लोगों को हिरासत में लिया है. इनसे पूछताछ की जा रही है. पुलिस को शक है कि इन लोगों के पास आतंकियों की आवाजाही के बारे में सूचना हो सकती है. जिले के ऊंचे पर्वतीय इलाकों में तीन से चार आतंकियों का एक समूह मौजूद है.

हिरासत में लिए गए तीन लोगों में दंपती के अलावा एक किशोर भी शामिल है. इन पर आतंकियों को भोजन उपलब्ध कराने और सुरक्षा बलों को उनकी गतिविधियों की सूचना न देने का संदेह है. तीनों व्यक्तियों से पूछताछ की जा रही है.

सेना और पुलिस के सात जवान हुए थे घायल

11 जून की रात भद्रवाह-पठानकोट मार्ग पर छत्रगलां के ऊपरी इलाकों में एक संयुक्त जांच चौकी पर हुए हमले में राष्ट्रीय राइफल्स के पांच जवान और एक विशेष पुलिस अधिकारी (एसपीओ) घायल हो गए थे. इसके बाद गंदोह इलाके के कोटा टॉप गांव में एक तलाशी दल पर आतंकियों की फायरिंग में एसओजी का एक कांस्टेबल घायल हुआ था.