उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में एक
मुस्लिम लड़की ने घर-वापसी कर के हिन्दू धर्म में शामिल होने का निर्णय लिया है।
लड़की का नाम मुस्कान सैफी है जो अब खुशी नाम से जानी जाएँगी। मुस्कान ने बताया कि 10वीं तक पढ़ी लिखी
मुस्कान की मां मुस्लिम है। पिता पहले हिन्दू था, लेकिन मुस्लिम महिला कहने पर शादी के लिए
इस्लाम ग्रहण कर लिया था। मुस्कान ने कहा कि उसे शुरू से इस्लाम पसंद नहीं था।
सनातन संस्कार उससे अच्छे लगते थे और वह घर वापसी करना चाहती थी। वह मंदिर जाती थी
तो मुस्लिम मां विरोध करती थी और उस पर तरह-तरह से प्रतिबंध लगा रखे थे। बालिग
होने के बाद अब वह जीवन के फैसले खुद लेने में सक्षम है, इसलिए
स्वेच्छा से सनातन धर्म अपना लिया। बरेली पहुंचकर घर वापसी करने वाली मुस्कान
सैफी दिल्ली के संगम विहार इलाके की रहने वाली है। बरेली के अगस्त्य मुनि आश्रम
में उसने बालिग होने के साक्ष्य पेश करते हुए हिन्दू धर्म अपनाने की इच्छा जताई।
जिसके बाद आश्रम के आचार्य पंडित केके शंखधार ने शुद्धिकरण के बाद उसकी सनातन धर्म
में वापसी कराई। मंत्रोच्चार के बीच मुस्कान का विवाह बरेली में इज्जतनगर के रहने
वाले कमल किशोर के साथ संपन्न हुआ। मुस्कान ने
कट्टरपंथी मां से खुद को खतरा बताया है।
मुख्य समाचार
बालिग होते ही बेटी मुस्कान सैफी ने सनातन में की घर वापसी, दबाव में पिता अपना चुका था इस्लाम
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