अगस्त 2019 में मोदी सरकार ने जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद-370 को निरस्त करने का निर्णय लिया। इसके बाद से ही लगातार न सिर्फ आतंकियों का सफाया जारी है, बल्कि वहाँ कई विकास कार्य भी चल रहे हैं। जम्मू कश्मीर को मुख्यधारा से जोड़ने के लिए लगातार प्रयास चल रहे हैं। इसी क्रम में बिहार के उद्योगपति राकेश पांडेय ‘चम्पारण-कश्मीर सद्भावना यात्रा’ निकाल रहे हैं। इसके तहत बिहार के चम्पारण क्षेत्र के 100 युवाओं को कश्मीर की निःशुल्क यात्रा कराई जा रही है।
इसके तहत बिहार के पूर्वी चम्पारण स्थित ‘बापूधाम’ रेलवे स्टेशन से 100 युवाओं का समूह दिल्ली के लिए निकला। दिल्ली पहुँचने के बाद उन्हें कश्मीर के लिए ले जाए जाने की तैयारी चल रही है। राकेश पांडेय के बारे में बता दें कि वो कई देशों में फैली कंपनी ‘ब्रावो फार्मा’ नामक कंपनी चलाते हैं। इसी के तहत उनका ‘ब्रावो फाउंडेशन’ चलाते हैं, जिसके तत्वाधान में ये यात्रा निकाली जा रही है। 100 युवाओं को विमान के माध्यम से पहले दिल्ली से श्रीनगर ले जाया जाएगा।
इन युवाओं को शंकराचार्य मंदिर, त्रेहगाम शिव मंदिर, शारदा पीठ, खीर भवानी मंदिर और मार्तण्ड सूर्य मंदिर जैसे आध्यात्मिक धरोहरों का दर्शन कराया जाएगा। उन्हें बताया जाएगा कि कश्मीर भी भारत की सनातन संस्कृति से जुड़ा हुआ है और ये सनातन की प्राचीन स्थली रही है। इन युवाओं को प्रेरित किया जाएगा कि वो कश्मीर को भी अपने कार्यक्षेत्र के रूप में चुनें, पर्यटन या व्यापार वगैरह के लिए वहाँ आएँ। ये 100 युवा अपने साथ 20,000 चम्पा के पौधे भी चम्पारण से लेकर जा रहे हैं।
उद्देश्य ये है कि जब ये 20,000 चम्पा के पौधे कश्मीर में लहलहाएँगे तो देश की सांस्कृतिक एवं भौगोलिक एकता का प्रतीक बनेंगे। राकेश पांडेय बिहार के मोतिहारी स्थित नरसिंह बाबा प्रांगण में भव्य परशुराम प्रतिमा का भी निर्माण करवा रहे हैं। साथ ही चम्पारण में वो फैक्ट्री भी लगवा रहे हैं, जिससे रोजगार उत्पन्न होगा और इलाके की अर्थव्यवस्था बदलेगा। मोतिहारी के MS कॉलेज, LND कॉलेज, पटना स्थित IIT और वीमेंस कॉलेज में भी उनके सौजन्य से कई कार्य चल रहे हैं।