जौनपुर: सांस्कृतिक एवं साहित्यिक क्षेत्र की अग्रणी संस्था संस्कार भारती की ओर से जौनपुर के मुक्तेश्वर प्रसाद सभागार में सोमवार से 20 दिवसीय ग्रीष्मकालीन कार्यशाला का शुभारंभ सुबह सात बजे हुआ। कार्यशाला उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी, राज्य ललित कला अकादमी एवं संस्कार भारती के संयुक्त तत्वावधान में भरतनाट्यम और चित्रकला विधा की है।
कार्यशाला का शुभारंभ मां सरस्वती के चित्र पर पुष्प अर्पित कर किया। संस्था के सभी कार्यकर्ताओं ने ध्येय गीत का सामूहिक गान किया गया। संस्था के महामंत्री अमित गुप्ता अंशु ने कार्यशाला के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। चित्रकला प्रशिक्षक रविकांत जायसवाल कलाविद ने प्रशिक्षुओं को कला की बारीकियों को बताया। भरतनाट्यम प्रशिक्षिका कनिष्का अग्रहरि ने प्रशिक्षुओं को इस विशिष्ट नृत्य शैली के बारे में जानकारी दी। डांस प्रशिक्षक रोहित राव ने प्रशिक्षुओं को विशिष्ट नृत्य के लिए आवश्यक निर्देश दिए। सुजीत कुमार प्रांत महामंत्री ने कहा कि यह कार्यशाला बच्चों में अंतर्निहित गुणों को निखारने का कार्य करती हैं। संस्कार भारती देश की कला एवं संस्कृति से नई पीढ़ी को परिचित कराना और उन्हें सीखने के लिए प्रेरित करने का कार्य भी करती है। संस्तुति श्रीवास्तव ने कार्यशाला के अपने अनुभव को साझा किया। इस अवसर पर राजकमल, डाॅ. नरेंद्र पाठक, अवधेश आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन ऋषि श्रीवास्तव ने किया।