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नृसिंह मंदिर में विराजमान हुई आदि गुरु शंकराचार्य की गद्दी

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उत्तराखंड। जोशीमठ के नृसिंह मंदिर में शीतकालीन प्रवास के लिए आदि गुरु शंकराचार्य की गद्दी को विधिवत रूप से स्थापित किया गया है। यह आयोजन 19 नवंबर को बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने के बाद हुआ। इसके तहत शंकराचार्य की गद्दी को योगध्यान बदरी, पांडुकेश्वर से भव्य शोभायात्रा के साथ जोशीमठ लाया गया।

इस मौके पर सैकड़ों श्रद्धालुओं ने फूलों की वर्षा करते हुए गद्दी का स्वागत किया। नृसिंह मंदिर में गद्दी की स्थापना के साथ चारधाम यात्रा 2023 का समापन हुआ। अब भगवान बदरीविशाल की शीतकालीन पूजा योगध्यान बदरी और नृसिंह मंदिर में की जाएगी। इस दौरान संस्कृत विद्यालय के छात्रों ने स्वस्तिवाचन और मंगलाचरण किया, और स्थानीय श्रद्धालुओं ने भजन-कीर्तन आयोजित किए।

इस आयोजन में चारधाम देवस्थानम बोर्ड और मंदिर समिति के वरिष्ठ अधिकारी, बदरीनाथ के मुख्य पुजारी, और अन्य धर्माधिकारी शामिल रहे। नृसिंह मंदिर में शीतकाल के लिए पूजाएं आरंभ हो चुकी हैं।